पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर बीते दिनों कई इस्लामिक देशों ने आपत्ति जताई. इन देशों में भारत के साथ अच्छे संबंध रखने वाले कुछ अरब देश भी शामिल रहे. इन देशों की आपत्ति पर भारत की तरफ से कहा गया कि इस तरह की टिप्पणियों से भारत सरकार का कोई लेना देना नहीं है. ये भी कहा गया कि इस तरह की टिप्पणी करने वालों पर कार्रवाई की जा चुकी है. इधर बीजेपी ने नूपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया. नूपुर शर्मा के बयान पर आपत्ति जताने वाले देशों में कुवैत भी शामिल रहा.
नूपुर शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन किया, अब गिरफ्तार कर वापस भारत भेजेगी कुवैत सरकार
पैगंबर पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण भारत में भी मुस्लिम समुदाय नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है. जिसको लेकर देशभर के कई शहरों में प्रदर्शन जारी हैं.

इस पूरे घटनाक्रम के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए. बीती 10 जून को देश के अलग-अलग हिस्सों में ये प्रदर्शन किए गए. कई जगहों पर ये प्रदर्शन हिंसक भी हो गए. झारखंड की राजधानी में तो दो की मौत भी हो गई. भारत के अलावा दूसरे देशों में भी प्रदर्शन हुए. मसलन, बांग्लादेश मेंं. कुवैत में भी ऐसा हुआ. कुवैत में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों ने ये प्रदर्शन किए.
अब खबर आ रही है कि कुवैत में इस तरह का प्रदर्शन करने वाले अप्रवासियों को गिरफ्तार कर उनके देश वापस भेजने का आदेश दिया गया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि ऐसे प्रदर्शनकारियों का वीजा भी रद्द किया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि कुवैत के नियमों के मुताबिक वहां प्रवासी नागरिकों को किसी भी तरह के प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की इजाज़त नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत सरकार ने जासूसों को इस तरह के प्रदर्शनों में शामिल हुए अप्रवासियों की पहचान कर गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. इन सभी अप्रवासियों को पहले डीपोर्टेशन सेंटर भेजा जाएगा उसके बाद वापस उनके देश. दोबारा कुवैत में उनकी एंट्री पर भी बैन लगाने की बात हो रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, बीती 10 जून को जुमे की नमाज के बाद कुवैत के फहील क्षेत्र में नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था. इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई थी. माना जा रहा है कि इन प्रदर्शनकारियों में भारतीय, पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिक शामिल थे.
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