Ukraine और Russia के बीच ‘चौधरी’ बने America के President Donald Trump अब मध्यस्थता करते-करते थक गए हैं. युद्ध रुकवाने को लेकर ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin से फोन पर घंटों चर्चा की. यूक्रेन से नाराज भी हुए. सैन्य सप्लाई रोक दी. Volodymyr Zelenskyy को White House में बुलाकर उनकी खिल्ली उड़ाई. ये सब हथकंडे अपनाने के बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों ही बनी रही, यानी न युद्ध रुका न सीजफायर हुआ. लेकिन अब युद्ध पर पुतिन का रुख देखते हुए ट्रंप ने फैसला किया है कि वह यूक्रेन को दोबारा सैन्य मदद देंगे. उनका कहना है कि पुतिन मीठी-मीठी बातें करते हैं. लेकिन फिर बमबारी कर देते हैं.
'पुतिन मीठी बातें कर बम गिराते हैं... ' ये कहते हुए ट्रंप ने यूक्रेन को मिसाइलें भेजने का किया एलान
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने 13 जुलाई को एलान किया कि अमेरिका यूक्रेन को Patriot Air Defense System भेजेगा. युद्ध पर पुतिन का रुख देखते हुए ट्रंप ने ये फैसला किया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने रविवार 13 जुलाई को एलान किया कि रूस की बढ़ती आक्रामकता और पुतिन के साथ कम होते धैर्य के बीच अमेरिका यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम भेजेगा. जाइंट बेस एंड्रयूज में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा,
हम उन्हें पैट्रियट भेजेंगे. इनकी उन्हें सख्त जरूरत है, मैं अभी तक संख्या पर सहमत नहीं हुआ हूं. लेकिन उन्हें कुछ तो मिलेंगे क्योंकि उन्हें सुरक्षा की जरूरत है.
ट्रंप की नीति में बदलाव का एक प्रमुख कारण 3 जुलाई को पुतिन के साथ हुई फोन कॉल है. इस बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने संकेत दिया था कि वह संघर्ष को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. इसी पर ट्रंप भड़के हुए हैं. उन्होंने कहा,
मैं राष्ट्रपति पुतिन से बहुत निराश हूं. मुझे लगा था कि वह जो कहते हैं, वही करते हैं. वह मीठी-मीठी बातें करते हैं, फिर रात में लोगों पर बमबारी करते हैं. मुझे यह पसंद नहीं है.
यही नहीं, ट्रंप ने यह संकेत भी दिया कि रूस पर जल्द ही नए प्रतिबंधों का एलान किया जा सकता है. जब उनसे पूछा गया कि क्या रूस पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की जाएगी तो ट्रंप ने कहा, “हम देखेंगे कि कल क्या होता है.”
वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस के हमलों से बचाव के लिए लगातार अमेरिका से उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर ट्रंप ने कहा कि कीव को सैन्य उपकरण मिलेंगे. साथ ही यह भी साफ किया कि यूक्रेन इसके लिए अमेरिका को 100 फीसदी भुगतान करेगा.
यूक्रेन को दिए जाने वाले हथियारों में लंबी दूरी के हथियार शामिल होंगे. इनसे मास्को सहित रूस के अन्य भीतरी इलाकों में हमला किया जा सकेगा. इसे सोमवार 14 जुलाई को ट्रंप और नाटो सेक्रेटरी जनरल मार्क रूट के बीच बैठक के बाद मंजूरी दी जाएगी.
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