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'Amul ने तिरुपति मंदिर में मिलावटी घी दिया'...सोशल मीडिया पर ऐसा लिखने वालों के लिए बुरी खबर है!

Amul ने X पर साफ किया है कि उन्होंने कभी भी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को घी की सप्लाई नहीं की है.

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आंध्र प्रदेश के CM एन चंद्रबाबू नायडू का आरोप है कि राज्य में पिछली YSRCP सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने में 'जानवरों की चर्बी वाले घी' का इस्तेमाल किया गया. (फोटो: आजतक)

तिरुपति मंदिर से जुड़े 'लड्डू विवाद' के बीच Amul ने ये साफ किया है कि उसने कभी भी तिरुपति मंदिर को घी की सप्लाई नहीं की है. दरअसल, आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद में ‘जानवरों की चर्बी मिला घी इस्तेमाल’ होने का आरोप है. इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने ये अफवाह फैलाई कि तिरुपति मंदिर को ऐसा घी अमूल ने ‘सप्लाई’ किया था. Amul ने X पर साफ किया है कि उन्होंने कभी भी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को घी की सप्लाई नहीं की है. 

गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के एक सीनियर अधिकारी ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. GCMMF 'अमूल' ब्रांड नाम के तहत अपने दूध और डेयरी उत्पादों की मार्केटिंग करता है. 21 सितंबर को दर्ज कराई गई FIR में कई सोशल मीडिया यूजर्स की शिकायत की गई है. इन यूजर्स पर अमूल को बदनाम करने का आरोप है. ये FIR अहमदाबाद साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई गई है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक ये शिकायत GCMMF में डिप्टी जनरल मैनेजर (सेल्स) हेमंत गौनी ने दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि वो 20 सितंबर को दिल्ली गए थे. जब वो शाम करीब 6:30 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे, तो वो X स्क्रॉल कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने देखा कि कई यूजर्स ने पोस्ट किया था कि तिरुपति मंदिर को अमूल ने ‘जानवरों के चर्बी वाले घी की सप्लाई’ की. 

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हेमंत गौनी के मुताबिक सोशल मीडिया साइट पर ऐसे पोस्ट GCMMF को बदनाम करने और नुकसान पहुंचाने के लिए किए गए. साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि सात X यूजर्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. 

आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 336 (4) (किसी पक्ष की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से जालसाजी) और 196 (1) (ए) (धर्म, नस्ल आदि के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत आरोप लगाए गए हैं. अधिकारी के मुताबिक, FIR में पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी (IT) एक्ट के प्रावधान भी शामिल हैं.

इसके अलावा इस मामले में अमूल की ओर से एक सोशल मीडिया भी पोस्ट जारी किया गया है. इसमें बताया गया है,

"ये उन सोशल मीडिया पोस्ट के संदर्भ में है, जिसमें लिखा गया है कि अमूल घी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को सप्लाई किया जा रहा था. हम सूचित करना चाहते हैं कि हमने कभी भी TTD को अमूल घी की सप्लाई नहीं की है.

हम ये भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि अमूल घी  ISO प्रमाणित हमारे अत्याधुनिक प्रोडक्शन फैसिलिटीज में दूध से बनाया जाता है. अमूल घी हाई क्वालिटी वाले प्योर मिल्क फैट से बनाया जाता है. हमारी डेयरियों में आने वाला दूध FSSAI द्वारा निर्दिष्ट मिलावट का पता लगाने सहित कठोर गुणवत्ता जांच से गुजरता है.

अमूल घी 50 से अधिक वर्षों से भारत का सबसे भरोसेमंद घी ब्रांड है और ये भारतीय घरों का अभिन्न अंग बना हुआ है.

ये पोस्ट अमूल के खिलाफ इस गलत सूचना अभियान को रोकने के लिए जारी की जा रही है."

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पिछली YSRCP सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने में ‘जानवरों की चर्बी वाले घी' का इस्तेमाल किया गया था. वहीं YSRCP ने इसे 'ध्यान भटकाने की राजनीति' और 'मनगढ़ंत कहानी' बताया है. केंद्र ने इस मामले पर आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और उचित कार्रवाई करने की बात कही है.

(इनपुट- न्यूज एजेंसी PTI-भाषा)

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