क्या आपने कभी ऐसे जीव के बारे में सुना है जो एक दिन में दस हजार बार नैप लेता हो? नैप का मतलब है झपकी लेना. ऐसा माना जाता है कि लगातार लंबे समय तक काम करने वालों को काम के बीच में छोटा-सा नैप या पावर नैप ले लेना चाहिए. इससे उर्जा बनी रहती है. लेकिन कोई कितना भी नैप ले ले, एक दिन में दस हजार बार नैप लेना तो मुश्किल-सा लगता है. लेकिन पेंगुइन की एक ऐसी ही प्रजाति है चिनस्ट्रैप पेंगुइन (Chinstrap Penguins) जो ऐसा ही करती है.
दिन में 10 हजार बार नींद की झपकी, इस जानवर के बारे में जान कहेंगे- लाइफ हो तो ऐसी!
एक ऐसा जीव जो दिन में 11 घंटों तक झपकी लेता हैं और रात में सिर्फ 4 सेकेंड की नींद लेता है. सुनने में ये असंभव जैसा लगता है लेकिन ऐसा होता है.

ब्रिटिश अखबार The Guardian की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चिनस्ट्रैप पेंगुइन रात के समय सिर्फ चार सेकेंड की नींद लेते हैं. इसके बाद वो पूरे दिन दस हजार से भी ज्यादा बार झपकियां लेते हैं. विशेषज्ञों ने पाया कि ये पेंगुइन दिन में दस हजार से भी ज्यादा बार अपनी गर्दन हिलाते हैं. दरअसल, इस दौरान वो झपकियां ले रहे होते हैं.
रिपोर्ट में अंटार्कटिका के किंग जार्ज द्वीप के पक्षियों पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों का हवाला दिया गया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चिनस्ट्रैप पेंगुइन की इस आदत से उन्हें अपने घोंसले, अंडे और बच्चों पर नजर बनाए रखने में मदद मिलती है. कुल मिलाकर ये पक्षी दिन में 11 घंटों तक झपकी लेते हैं.
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क्या इंसान ऐसा कर सकते हैं?
ल्योन न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर के रिसर्चर पॉल-एंटोनी लिबौरेल के हवाले से The Guardian ने इसका जवाब लिखा है. उन्होंने कहा कि इंसान ऐसा नहीं कर सकते. उनके अनुसार, हमने किताबों में जितना पढ़ा है, नींद उससे कहीं ज्यादा जटिल विषय है.
इससे पहले 1980 के दशक में पेंगुइन की नींद का अध्ययन किया गया था. उस दौरान उन्हें पकड़ कर उस पर नजर रखी गई. इस रिसर्च में पता चला कि पेंगुइन थोड़ी-थोड़ी देर की नींद लेते हैं. विशेषज्ञों ने अंग्रेजी में इसे ‘drowsiness’ और हिंदी में ‘उनींदापन’ कहा गया. इस बार के शोध में पाया गया कि ये थोड़ी-थोड़ी देर की नींद पूरे दिन चलती रहती है. इससे पता चलता है कि जब पेंगुइन गर्दन हिलाते हैं तो जरूरी नहीं है कि वो गहरी नींद में हो.
पेंगुइन दक्षिणी गोलार्ध में रहने वाले जलीय जीव होते हैं. काले और सफेद रंग के इस पक्षी के पास पंखों के जैसे दिखने वाले फ्लिपर्स होते हैं. पेंगुइन उड़ नहीं सकते, ये फ्लिपर्स उन्हें तैरने में मदद करते हैं. इनकी कई प्रजातियां होती हैं. इन्हीं की एक प्रजाति है, चिनस्ट्रैप. इनका ये नाम इनके सिर के नीचे की पतली काली पट्टी की वजह से रखा गया है.
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