ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बोंडी बीच पर गोलीबारी की घटना में अब तक 15 लोग मारे जा चुके हैं और करीब 40 घायल हैं जो अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. इस Australia Sydney Bondi Beach shooting में शामिल हमलावरों की पहचान पिता-पुत्र के रूप में सामने आई है. हमलावरों में 50 वर्षीय साजिद अकरम और 24 वर्षीय नावेद अकरम हैं, जो पुलिस के अनुसार Pakistan origin tourists थे और ऑस्ट्रेलिया में tourist visa पर थे.
सिडनी गोलीकांड के आरोपी पाकिस्तान मूल के, नेतन्याहू भड़के, बोले- 'यहूदी विरोधी सोच खतरनाक संकेत'
Sydney के Bondi Beach पर हुई गोलीबारी में 15 लोगों की मौत और 40 घायल हैं. हमलावर पिता-पुत्र बताए गए हैं, जो Pakistan मूल के थे और टूरिस्ट वीजा पर Australia आए थे. इस घटना पर इजरायली पीएम Benjamin Netanyahu ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह एक कैंसर है, जो नेताओं की चुप्पी से फैलता है.
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पुलिस ने बताया कि गोलीबारी के दौरान 50 वर्षीय पिता साजिद अकरम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका बेटा नावेद अकरम गंभीर हालत में अस्पताल में है. अधिकारियों के अनुसार साजिद के पास छह firearms licence था और उन्हीं हथियारों का इस हमले में इस्तेमाल हुआ. आस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने घटना के सम्बन्ध में जांच शुरू कर दी है और इलाके को सील कर सुरक्षा बढ़ा दी है.
अधिकारियों का कहना है कि यह हमला यहूदियों को टारगेट करके किया गया, जो 14 दिसंबर को परिवार संग अपना त्योहार 'हनुकाह' मना रहे थे.
अब इस पर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी बयान सामने आया है और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर यहूदी-विरोधी भावना को भड़काने का आरोप लगाया है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ इजराइल में एक कार्यक्रम के दौरान नेतन्याहू ने कहा कि ‘यहूदी-विरोधी भावना एक कैंसर है’ जो तब फैलता है जब नेता चुप रहते हैं और कार्रवाई नहीं करते हैं. नेतन्याहू ने कहा,
तीन महीने पहले मैंने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को लिखा था कि आपकी नीति यहूदी-विरोधी भावना की आग में घी डाल रही है.
उन्होंने अगस्त में एंथनी अल्बनीज को भेजे गए उस पत्र का जिक्र करते हुए कहा, जो उन्होंने तब भेजा था, जब ऑस्ट्रेलिया ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने का ऐलान किया था.
PM अल्बनीज ने दी श्रद्धांजलिऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने अटैक को यहूदी-विरोधी और आतंकवाद का काम बताया. उन्होंने बोंडी पैवेलियन में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा,
यह हमला जानबूझकर हनुक्का के पहले दिन यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया था, जो एक खुशी का उत्सव होना चाहिए, और यहूदी समुदाय आज दुखी है. कल शाम जो हुआ उससे यह त्योहार हमेशा के लिए कलंकित हो गया है.
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जान पर खेलकर बचाई जानइस बीच एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक आदमी बंदूकधारी से भिड़ गया. वीडियो में काले रंग के कपड़े पहने हमलावर पर सफेद कपड़े पहने एक आदमी पीछे से झपटता है. इसके बाद दोनों के बीच हाथापाई होती है. सफेद कपड़े वाला आदमी हमलावर से बंदूक छीनकर उस पर तान देता है. उसी समय दूसरा शूटर गोलियां दागने लगता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर से बंदूक छीनने की जाबांजी दिखाने वाले का नाम अहमद अल अहमद है. 43 साल के अहमद सिडनी के सदरलैंड में फलों की दुकान चलाते हैं. खुद को अहमद का कजिन बताने वाले मुस्तफा ने बताया,
वे हॉस्पिटल में हैं और हमें ठीक से नहीं पता कि अंदर क्या हो रहा है... हमें उम्मीद है कि वे ठीक हो जाएंगे. वे 100 परसेंट हीरो हैं."
अहमद को दो गोली लगने का दावा किया जा रहा है. 14 दिसंबर की रात को उनकी सर्जरी होनी थी. लोग उन्हें ‘रियल हीरो’ बता रहे हैं.
वीडियो: हमलावर पर झपटा, फिर बंदूक छीनकर उसी पर तान दी! ऑस्ट्रेलिया के 'हीरो' का वीडियो वायरल

















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