The Lallantop

JNU के छात्र शरजील इमाम का पूरा मामला, जिसके बयान पर बवाल मचा हुआ है

शरजील इमाम ने असम को भारत से अलग करने की बात कही थी.

post-main-image
विडियो का स्क्रीन शॉर्ट जिसमें शरजील इमाम असम को भारत से अलग करने की बात कह रहा है. (बाएं) फोटो Facebook
बिहार का ही एग्जांपल दूंगा. हर रोज एक-दो बड़ी रैली होती है. कन्हैया वाली रैली देख लीजिए. पांच लाख लोग थे उस रैली में. मसला सिर्फ इतना-सा है और ये मैं पहले भी कह चुका हूं. पांच लाख लोग हमारे पास ऑर्गनाइज हों, तो हम हिन्दुस्तान और नॉर्थ-ईस्ट को परमानेंटली कट कर सकते हैं. परमानेंटली नहीं कर सकते, तो कम से कम एकाध महीने के लिए तो कर ही सकते हैं.
ये शब्द शरजील इमाम के हैं. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पीएचडी छात्र. 16 जनवरी को उन्होंने ये बयान दिया था. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में. AMU के कुछ छात्र नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. उसी दौरान शरजील ने देश विरोधी बातें कहीं.
शरजील और इस केस के बारे में और बातों की चर्चा से पहले ये देख लीजिए कि उसने किस-किस तरह के बयान दिए :
असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है. असम और इंडिया कटके अलग हो जाएं, तभी ये हमारी बात सुनेंगे. असम में मुसलमानों का जो हाल है, वो आपको पता है. CAA, NRC हो चुका है वहां. डिटेंशन सेंटर में पहले ही लोग जा रहे हैं. वहां तो कत्लेआम चल रहा है. पता चला कि 6-8 महीने में सारे बंगालियों को मार दिया गया. चाहे हिन्दू हो या मुसलमान. अगर हमें असम की मदद करनी है, तो असम का रास्ता बंद करना होगा फौज के लिए. बंद कर सकते हैं, क्योंकि चिकननेक मुसलमानों का है. वो जो इलाका है, मुस्लिमों का है.

शरजील पर देशद्रोह का केस

वीडियो के सामने आने के बाद शरजील के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. यूपी, दिल्ली, असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर पुलिस ने शरजील के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया है. उसकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं. बिहार से लेकर दिल्ली तक. अलीगढ़ के SSP आकाश कुलहरि ने बताया,
शरजील ने 16 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून के ख़िलाफ़ AMU में आयोजित प्रोटेस्ट में हिस्सा लेते हुए देश-विरोधी बातें कही थीं. भाषण के वीडियो के आधार पर उसके ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है. उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम को रवाना किया गया है.

केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए की टीम ने शरजील की गिरफ्तारी के लिए जहानाबाद के काको गांव में 26 जनवरी को छापेमारी की. घर के सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन शरजील घर पर नहीं मिला. डीसीपी क्राइम राजेश देव ने कहा,
शरजील इमाम बिहार का रहने वाला है. जेएनयू का छात्र है. उसने CAA और NRC के विरोध में बहुत भड़काऊ भाषण दिया है. यह भी देखा गया है कि उसने इसी तरह का भाषण 13 दिसंबर को जामिया में दिया था. उसके बाद सरकार के खिलाफ एक और भड़काऊ भाषण दिया. यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इन भाषणों से भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचता है.

डीसीपी ने बताया कि एसआईटी ने शरजील के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 (सरकार के खिलाफ भाषण या लेखन), 153 ए (धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (सार्वजनिक दुस्साहस को भड़काने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया है.

शाहीन बाग से क्या कनेक्शन है


शरजील इमाम को शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट का आयोजनकर्ता बताया गया. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस वीडियो को शाहीन बाग़ का बताया. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने 25 जनवरी को इस वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा कि 'अल्लाह हू अकबर' के नारों के बीच भारत को तोड़ने की बात हो रही है.

इस तरह की बातें सामने आने के बाद शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट के ट्विटर हैंडल से बयान जारी किया गया है. कहा गया कि शरजील इमाम का भाषण शाहीन बाग़ या इसके आस-पास नहीं दिया गया. साथ ही वो किसी आयोजन समिति का हिस्सा नहीं है, क्योंकि यहां कोई आयोजन समिति नहीं है. हालांकि ऐसा नहीं है कि शरजील का शाहीन बाग से कुछ लेना-देना नहीं है. शरजील वॉलेंटियर के रूप में दिल्ली के शाहीन बाग़ में हो रहे विरोध प्रदर्शन के साथ जुड़ा था. लेकिन दो जनवरी के बाद से इस प्रोटेस्ट का हिस्सा नहीं है.

फिर वीडियो कहां का है?

अलीगढ़ पुलिस की जांच में पता चला कि ये वीडियो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का है.. 16 जनवरी का. इसलिए सबसे पहले अलीगढ़ पुलिस ने शरजील के खिलाफ केस दर्ज किया. वीडियो को लेकर AMU के प्रवक्ता की ओर से भी बयान आया. AMU के प्रवक्ता प्रोफेसर शाफे किदवई ने कहा कि वीडियो में की गई कुछ टिप्पणियां बेहद आपत्तिजनक हैं और यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले को बहुत गम्भीरता से ले रहा है. उन्होंने कहा,
ऐसी किसी भी हरकत को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हमने अपने सुरक्षा स्टाफ को भी सचेत किया है कि वह बाहर से आने वाले लोगों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरते, क्योंकि वे एएमयू परिसर में घुसकर माहौल खराब कर सकते हैं. छात्रों से भी कहा गया है कि वे ऐसे किसी भी तत्व से परहेज करें.
इस वीडियो के सामने आने के बाद शरजील इमाम का पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है. वीडियो 13 दिसंबर, 2019 का बताया जा रहा है. इस वाडियों में वह चक्का जाम करने की बात कह रहा है.  शरजील ने कहा, 'हमारी ख्वाहिश और आरजू ये है कि दिल्ली में चक्का जाम हो. सिर्फ दिल्ली में नहीं, जिस शहर में मुसलमान कर सकता है, करे. मुसलमान हिन्दुस्तान के 500 शहरों में चक्का जाम कर सकता है.'

कौन है शरजील इमाम?

Sharjeel देशद्रोह का केस दर्ज होने के बाद पुलिस शरजील की तलाश कर रही है. (फोटो-फेसबुक)

शरजील इमाम मूल रूप से बिहार का रहने वाला है. जहानाबाद जिले के काको गांव का. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिता मरहूम अकबर इमाम जेडीयू के नेता रह चुके हैं. शरजील जेएनयू से आधुनिक भारतीय इतिहास में पीएचडी कर रहा है. आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएशन किया है कंप्यूटर साइंस में. CAA के खिलाफ है. इस तरह के विरोध प्रदर्शनों में अपनी बात रखता रहा है.
शरजील इमाम पर देशद्रोह का केस दर्ज होने के बाद उसकी मां अफशां परवीन का कहना है कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा,
मेरा बेटा चोर-उचक्का नहीं है, जो फरार रहे. वह जल्द ही सामने आएगा. बेटे के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. मेरे बेटे को जैसा दिखाया जा रहा, है वो वैसा नहीं है. उसे फंसाया जा रहा है. वह केवल NRC का विरोध कर रहा था. हम सभी को कानून पर भरोसा है और हमें न्याय मिलेगा.
अपने वीडियो पर शरजील ने भी सफाई दी. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा,
मैं कह रहा था कि हमें जहां भी संभव हो शांतिपूर्वक सड़कों को ब्लॉक करने की कोशिश करनी चाहिए. उस संदर्भ में, मैंने कहा कि आपको असम जाने वाली सड़कों को ब्लॉक करना होगा. यह मूल रूप से चक्का जाम के लिए एक कॉल था.
वीडियो सामने आने और देशद्रोह का केस दर्ज होने के बाद शरजील की सफाई आई है. परिवार का कहना है कि बेटे ने कुछ गलत नहीं किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि असम को भारत से अलग करने की बात कही जा रही है. शरजील इमाम के वीडियो पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत को कोई तोड़ नहीं सकता. ये एक मुल्क है, ये कोई मुर्गी की गर्दन नहीं है और जो भी ऐसी बात कर रहा है मैं उसको स्वीकार नहीं करता. मैं इस तरह की वाहियात बातों की निंदा करता हूं.' कई पार्टियों ने शरजील को गिरफ्तार करने की मांग की है.


असम पर विवादित बयान देने के बाद शरजील इमाम पर राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ