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J&K में रमजान के दौरान फैशन शो होने पर बड़ा बवाल, बुरी तरह भड़के CM उमर अब्दुल्ला, PDP भी साथ

लेकिन भाजपा ने फैशन शो को लेकर विवाद खड़ा करने के लिए एनसी, पीडीपी और मौलवियों की आलोचना की और कहा कि इस पर आक्रोश करना अनुचित है.

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डिज़ाइनर लेबल शिवन एंड नरेश ने 7 मार्च को ब्रांड की 15वीं सालगिरह के मौके पर फैशन शो का आयोजन किया था. (फोटो- X/PTI)

जम्मू-कश्मीर में एक फैशन शो को लेकर सियासत गरमा गई है. कुछ दिन पहले गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट शहर में ये आउटडोर फैशन शो आयोजित किया गया था. इसके बाद से ही शो के आयोजन को लेकर राजनेताओं की तरफ से आपत्तियां दर्ज कराई गईं. 10 मार्च को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में इसे लेकर काफी हंगामा हुआ. विवाद बढ़ता देख फैशन शो से जुड़े डिजाइनर ने सफाई दी है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक नेताओं को रमजान के महीने के दौरान फैशन शो कराने पर खासी आपत्ति है. खुद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस कार्यक्रम की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इससे 'धार्मिक भावनाओं को ठेस' पहुंची है. सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही जम्मू-कश्मीर की सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और दो निर्दलीय सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया. इन सभी ने इस बात की जांच की भी मांग की कि जब लोग रमजान के दौरान दिनभर के रोजे रख रहे हैं, तब ऐसा इवेंट कैसे आयोजित किया जा सकता है. 

हालांकि, विपक्षी पार्टी भाजपा के सदस्यों ने इसे कार्यक्रम के खिलाफ ‘अनुचित’ प्रतिक्रिया बताया और विरोधियों की आलोचना की. बीजेपी ने कहा कि सभी प्रकार के विचारों को स्वीकार किया जाना चाहिए.

इंडिया जुड़े सुनील भट्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सदन को संबोधित करते हुए सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार ने पहले ही इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने बताया,

"गुलमर्ग में आयोजित कार्यक्रम से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. इस तरह के कार्यक्रम साल के किसी भी समय नहीं होने चाहिए. मैं साफ कर देना चाहता हूं कि सरकार का फैशन शो से कोई लेना-देना नहीं है. आयोजकों ने हमसे कोई अनुमति नहीं ली थी. ये एक होटल में आयोजित निजी शो था."

सीएम ने आगे कहा कि अगर नियमों का उल्लंघन हुआ है तो मामला पुलिस को सौंप दिया जाना चाहिए. सीएम अब्दुल्ला ने ये भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार इसमें शामिल नहीं है.

हालांकि, भाजपा ने फैशन शो को लेकर विवाद खड़ा करने के लिए एनसी, पीडीपी और मौलवियों की आलोचना की और कहा कि इस पर आक्रोश करना अनुचित है. पार्टी के विधायक रणबीर सिंह पठानिया ने कहा,

“कश्मीर घाटी में रूढ़िवाद की आग भड़काई जा रही है. हमें सभी प्रकार के विचारों और विचारधाराओं के प्रति स्वीकार्यता विकसित करने की जरूरत है.”

बीजेपी विधायक की टिप्पणी के तुरंत बाद, एनसी-कांग्रेस, पीडीपी और भाजपा के सदस्यों के बीच 25 मिनट से अधिक समय तक सदन में शोरगुल किया. स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर ने कई बार सदस्यों से शांत रहने का अनुरोध किया और कहा कि वे प्रश्नकाल के बाद सदस्यों को समय देंगे. स्पीकर ने विरोध कर रहे विधायकों से ये भी कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं, इसलिए इस पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती. हालांकि सदस्य नहीं माने.

आयोजक ने मांगी माफी

बता दें कि डिज़ाइनर लेबल शिवन एंड नरेश ने 7 मार्च को ब्रांड की 15वीं सालगिरह के मौके पर फैशन शो का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में लेबल ने अपनी स्कीवियर रेंज पेश की. इस शो के कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए, जिसके बाद इसकी आलोचना होने लगी. हालांकि, कंपनी ने बाद में इसको लेकर सफाई भी जारी की.

शिवन एंड नरेश ने एक मीडिया स्टेटमेंट जारी कर कहा,

“रमजान के पवित्र महीने के दौरान गुलमर्ग में हमारी हालिया प्रस्तुति से हुई किसी भी ठेस के लिए हम लोगों से माफी मांगते हैं. हमारा एकमात्र उद्देश्य रचनात्मकता, स्की और एप्रेज़-स्की लाइफ स्टाइल का जश्न मनाना था. इसमें किसी की भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. हम सभी संस्कृतियों और परंपराओं का सम्मान करते है, और हम लोगों की चिंताओं को स्वीकार करते हैं. हम अनजाने में हुई किसी भी असुविधा के लिए ईमानदारी से माफी मांगते हैं और हमारे समुदाय से प्रतिक्रिया की सराहना करते हैं.”

शिवन एंड नरेश ने आगे ये भी कहा कि वो आने वाले समय में अधिक सावधान और सम्मानजनक होने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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