साइबर अपराधियों की चालाकी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि डिजिटल दुनिया में सावधानी कितनी जरूरी है. कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर से बीजेपी सांसद और पूर्व मंत्री डॉक्टर के सुधाकर की पत्नी डॉक्टर प्रीति सुधाकर 'डिजिटल अरेस्ट’ स्कैम का शिकार हो गईं (BJP MP wife digital arrest scam). स्कैमर्स ने उनसे 14 लाख रुपये ठग लिए. मामले की जानकारी मिलते ही बेंगलुरु पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. एक हफ्ते बाद पुलिस ने स्कैमर्स से पूरे 14 लाख रुपये रिकवर कर लिए हैं.
बीजेपी सांसद की पत्नी हुईं डिजिटल अरेस्ट, 14 लाख रुपये गंवा दिए, पुलिस ने पाई-पाई दिलवाई
कॉल करने वाले फ्रॉडियों ने प्रीति को भरोसा दिलाया कि RBI के नियमों के तहत 45 मिनट के भीतर उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक प्रीति ने गिरफ्तारी के डर से अपने HDFC बैंक अकाउंट से 14 लाख रुपये एक अज्ञात Yes बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.


इंडिया टुडे से जुड़े सगय राज की रिपोर्ट के मुताबिक 26 अगस्त को 44 वर्षीय प्रीति को स्कैमर्स ने अपने जाल में फंसाया. पुलिस के अनुसार स्कैमर्स ने उनके मुंबई साइबर क्राइम अधिकारी बनकर उनके पास एक वॉट्सऐप वीडियो कॉल किया था. कॉल कर उन्होंने दावा किया कि प्रीति का बैंक अकाउंट अवैध अंतरराष्ट्रीय लेनदेन से जुड़ा है. स्कैमर्स ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर उन्होंने पैसे किसी वेरिफिकेशन अकाउंट में ट्रांसफर नहीं किए, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
कॉल करने वाले फ्रॉडियों ने प्रीति को भरोसा दिलाया कि RBI के नियमों के तहत 45 मिनट के भीतर उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक प्रीति ने गिरफ्तारी के डर से अपने HDFC बैंक अकाउंट से 14 लाख रुपये एक अज्ञात Yes बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. जैसे ही उन्हें ये एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो वो वेस्ट डिवीजन साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहुंचीं. मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल हेल्पलाइन 1930 पर मामला दर्ज किया. जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए थे उसे फ्रीज कर दिया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक 3 सितंबर को 47वीं ACJM कोर्ट ने Yes बैंक को फ्रीज किए गए पैसे वापस करने का आदेश दिया. एक हफ्ते के भीतर पूरा पैसा प्रीति के बैंक अकाउंट में वापस आ गया. मामले में FIR दर्ज कर ली गई है, और आरोपियों की तलाश जारी है. डिप्टी कमिश्नर (पश्चिम) गिरीश एस और असिस्टेंट कमिश्नर (पश्चिम) उमारानी एस ने इस ऑपरेशन को लीड किया. बेंगलुरु पुलिस ने जनता से आग्रह किया है कि वो ऐसी परिस्थितियों में तुरंत कार्रवाई करें और हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करके बिना देर किए शिकायत दर्ज करें, ताकि पैसे की रिकवरी की संभावना बढ़ सके.
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