तेलंगाना में हैदराबाद के गुलजार हौज इलाके (Hyderabad Gulzar Houz Fire) में रविवार, 18 मई की सुबह भीषण आग लग गई. इस हादसे में 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है. इस दौरान दो युवकों की हिम्मत और इंसानियत की मिसाल सामने आई है. मीर जाहिद और मोहम्मद अजमत नाम के ये दोनों युवक सुबह की नमाज पढ़कर लौट रहे थे, तभी उन्होंने एक इमारत से धुआं उठते देखा. इन्होंने दो महिलाओं की चीख सुनी तो तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े.
हैदराबाद अग्निकांड: नमाज पढ़कर लौट रहे थे, दीवार तोड़कर 7 लोगों को निकाला, पर बचा नहीं पाए
Hyderabad Gulzar Houz Fire: कुछ युवक सुबह की नमाज पढ़ने के बाद लौट रहे थे. जब उन्होंने चीख-पुकार की आवाजें सुनीं तो वे तुरंत जलती हुई इमारत के पास पहुंचे. इन युवकों ने दीवार तोड़ी और अंदर जाकर लोगों को बचाने में जुट गए.

दी हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, घर की ऊपरी मंजिल से धुआं उठ रहा था. संकरी गली में चीख-पुकार मची हुई थी. आग सुबह के समय लगी, तो उसी समय सुबह की नमाज पढ़कर कुछ युवक वापस लौट रहे थे. इनमें जाहिद और अजमत भी थे.
जाहिद ने मीडिया को बताया,
"ठीक सुबह 6:10 बजे यहां आग लग गई. मैं दोस्तों के साथ जा रहा था. दो महिलाएं डरी हुई थीं. वो बोलीं कि भैया अंदर मेरी फैमिली है, छोटा बच्चा है. मैंने पूछा कि मैडम दरवाजा कहां है? हम मेन गेट से अंदर नहीं जा सकते थे, क्योंकि वो आग की लपटों में घिरा हुआ था, इसलिए हमने अंदर जाने के लिए शटर तोड़ दिया. फिर हम में से 5-6 लोग दीवार तोड़कर पहली मंजिल में घुस गए. लेकिन पूरी जगह पूरी तरह से आग की लपटों में घिर चुकी थी."
जाहिद ने आगे बताया,
"पुलिस और फायर स्टेशन वालों ने अच्छा काम किया और पूरा सहयोग किया. लेकिन हम लोगों को नहीं बचा सके क्योंकि आग बहुत ज्यादा थी. एक रूम में 7 लोग थे. दूसरे रूम में 6 लोग थे. नीचे 2-3 थे, जो हमारे सुनने में आया. हम लोगों ने 7 लोगों को बचाया, लेकिन उनकी मौत हो गई."
मीर जाहिद के मुताबिक, घर के पिछले हिस्से में आग ज्यादा लगी थी. उन्होंने बताया कि वहां तक पहुंचने के लिए कोई पीछे कोई रास्ता नहीं था. जाहिद ने कहा कि हम इंसानियत के नाते घर में घुस गए थे. जाहिद ने दावा किया कि सभी मरने वाले एक ही परिवार से हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस घटना पर दुख जताया है. PM मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने का एलान किया है. उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने बताया कि तेलंगाना सरकार हरेक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये देगी.
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