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कोरोना को लेकर कवि नरेश सक्सेना का अनुभव बताता है कि सरकार की तैयारी कितनी दुरुस्त है

फेसबुक पोस्ट लिखा, लोगों से मदद की अपील की गई तब जाकर तो टेस्ट हो पाया.

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जाने-माने कवि हैं नरेश सक्सेना (बाएं) दूसरी तस्वीर लखनऊ में कोरोना वायरस के इलाज के लिए बने सेंटर की है. जहां डॉक्टर मरीज का काउंसलिंग कर रहे हैं.
जाने-माने कवि हैं नरेश सक्सेना. लखनऊ में रहते हैं. उनकी बहू को आठ दिन से बुख़ार, नाक बंद, गले और हड्डियों में दर्द और सांस फूलने की शिकायत थी. कोरोना जैसे लक्षण दिख रहे थे. वह 22 मार्च को रात साढ़े दस बजे वो बहू को लेकर किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज पहुंचे. डॉक्टर को बताया कि वह दिल्ली शादी में गए थे. यहां अमेरिकी रिश्तेदार भी आए थे. कोरोना का शक था तो डॉक्टर से जांच की बात कही. लेकिन सबकुछ जानने के बाद डॉक्टर ने आइसोलेशन में रहने की बात कहकर घर भेज दिया.
इस घटना के बाद नरेश सक्सेना ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा,
लखनऊ मेडिकल कॉलेज कल रात साढ़े दस बजे गए थे. मेरी बहू को आठ दिन से ज़ुकाम, बुख़ार, नाक बंद, गले और हड्डियों में दर्द, सांस फूल रही थी. दिल्ली शादी में गए थे, जहां अमेरिकी रिश्तेदार आए थे. डॉक्टर ने सब सुनने के बाद कहा घर जाकर आइसोलेशन में रहिए. दो हफ्ते बाद हाल बताइए.
112 नंबर पर फ़ोन किया तो दो कॉन्स्टेबल आए. पूरा हाल सुना फिर किसी प्रशासनिक ऑफ़िस फ़ोन किया. उन्हें पूरा हाल बताया तो कहा कि उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत होगी . एक घंटे बाद बताएंगे. एक घंटे बाद बताया, अभी निर्णय नहीं हुआ कल सुबह पता चलेगा.
इसी बीच गोमतीनगर के सिटी हेल्थ अस्पताल गए, सौ मीटर की दूरी के लिए, एंबुलेंस ने एक हज़ार (आना जाना) लिए. डॉक्टर की फ़ीस 500 लेकर बताया "हम इलाज नहीं कर सकते." पूछा कहां जाएं तो कुछ नहीं बताया. एक नंबर लखनऊ कोरोना के नोडल अधिकारी का मिला, लेकिन वह चालू नहीं था. पता लगा है कि राममनोहर लोहिया अस्पताल में शायद सैंपल ले लेंगे, लेकिन वहां जांच नहीं होती. बनारस, इलाहाबाद आदि के नाम बताने के लिए धन्यवाद."-- Naresh saxena
फेसबुक पोस्ट लिख नरेश सक्सेना ने अपनी आपबीती बताई. फेसबुक पोस्ट लिख नरेश सक्सेना ने अपनी आपबीती बताई.

सोशल वर्कर हैं नाइश हसन. उनके मुताबिक,
नरेश सक्सेना की मदद के लिए मैंने एक प्राइवेट अस्पताल में फोन किया. लेकिन बताया गया कि कोरोना की जांच नहीं होगी. इसके बाद हेल्पलाइन नंबर 18001805145 मिलाया, जवाब मिला यह नंबर मौजूद नहीं. सीएमओ कंट्रोल रूम 522-2622080 से जवाब मिला की यह नंबर अमान्य है. लखनऊ के डीएसओ डॉ. केपी त्रिपाठी का नंबर कॉल डायवर्ट पर था. सीएम हेल्पलाइन नंबर 1075 मिलाया तो काफी पूछताछ के बाद  1123978046 नंबर दिया गया. मैंने यह नंबर मिलाया, लेकिन यह भी अमान्य रहा. एक दूसरा नंबर 1076 दिया गया. इस नंबर पर काफी देर तक पूछताछ की गई और फिर उन्हें 112 नंबर दे दिया गया. पुलिस से मदद न मिलने की बात कहने पर पांच मिनट होल्ड कराया गया और फिर डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर डॉ. मनोज का नंबर 8423882903 मिला. इस नंबर पर फोन करने पर कोई उत्तर नहीं मिला.
सोशल वर्कर नाइश हसन के इसो पोस्ट को कई लोगों ने शेयर किया और मदद की अपील की. सोशल वर्कर नाइश हसन के इसो पोस्ट को कई लोगों ने शेयर किया और मदद की अपील की.

नरेश सक्सेना के फेसबुक पोस्ट को कई लोगों ने शेयर किया. अन्य लोगों से मदद की अपील की. 24 मार्च को नरेश सक्सेना ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि डॉ. संजय चतुर्वेदी, सुभाष राय, भगवती बाबू के पौत्र और कुछ साथियों से बात हो गई है. ऐसी घबराने की बात नहीं है. कल तक शायद कुछ व्यवस्था भी हो जाएगी.
इस मामले को लेकर नरेश सक्सेना लगातार फेसबुक पर लिखते रहे. इस मामले को लेकर नरेश सक्सेना लगातार फेसबुक पर लिखते रहे.

24 मार्च को ही उन्होंने एक और पोस्ट लिखा, बताया कि दो स्वास्थ्य कर्मी सोनी के ख़ून का नमूना ले गए हैं. उम्मीद है 24 घंटे में नतीजा मिल जाएगा. बहुत से फोन परिचितों, रिश्तेदारों, पत्रकारों, डॉक्टरों और संस्थाओं के अभी भी लगातार आ रहे हैं. कृपाकर यथा संभव, यह बात साथियों को बता दें, ताकि वेअब चिंता न करें.
25 मार्च को उन्होंने फेसबुक पोस्ट कर बताया कि ब्लड रिपोर्ट निगेटिव आई है. बहू की तबीयत बेहतर है.
ये अच्छी बात है कि ब्लड रिपोर्ट निगेटिव आई है. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तब क्या होता. कवि नरेश सक्सेना के साथ जो हुआ वो बताता है कि कोरोना वायरस से लड़ने की सरकारों की तैयारी कितनी दुरुस्त है. तीसरी बार कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद क्या कर रहीं हैं कनिका कपूर?