The Lallantop

जब मिथुन ने शक्ति कपूर को कमरे में बंद करके धमकाया और उनके सारे बाल काट दिए

कहानी शक्ति कपूर की, जो एक पनवाड़ी के कहने पर एक्टर बनने चले आए

post-main-image
अपने करियर के अलग-अलग दौर में एक्टर शक्ति कपूर.
दिल्ली के कनॉट प्लेस पर सिकंदर लाल कपूर नाम के एक दर्जी की दुकान थी. 3 सितंबर, 1952 को सिकंदर और सुशीला को एक बेटा पैदा हुआ. नाम रखा गया सुनील सिकंदर कपूर. पढ़ने लायक होने की उम्र में स्कूल में ऐ़़डमिशन करवाया गया. मगर इस बच्चे का पढ़ाई एक रत्ती मन नहीं लगता था. अलग-अलग वजहों से तीन स्कूल बदले गए. पर पढ़ाई के प्रति सुनील का दुराव बना रहा. मगर वो क्रिकेट खेलते थे. बढ़िया खेलते थे, इसलिए स्कूल क्रिकेट टीम का हिस्सा थे. इसी क्रिकेट की बदौलत स्पोर्ट्स कोटे से उनका एडमिशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ी मल कॉलेज में हो गया. कॉलेज खत्म होने के बाद सुनील के पिता चाहते थे कि वो फैमिली बिज़नेस यानी कपड़े सीने के धंधे में लग जाएं. मगर सुनील ट्रैवल एजेंसी शुरू करना चाहते थे. विचारों के इसी टकराव के दौरान कुछ ऐसा घटा कि स्ट्रगलिंग ग्रैजुएट सुनील, इंडिया के सबसे चर्चित कॉमेडियन और विलन शक्ति कपूर बन गए.


# एक पनवाड़ी के कहने पर एक्टर बन गए शक्ति कपूर
शक्ति जब कॉलेज में थे, तब एकाध छोटे-मोट मॉडलिंग असाइनमेंट किए थे. वो जहां सिगरेट पीने जाते थे, उस पान वाले ने उनकी वही तस्वीरें अपने दुकान में लगा रखी थीं. उस पनवाड़ी ने ही शक्ति को सलाह दी कि उन्हें एक्टर बनना चाहिए. शक्ति को लगा पापा ट्रैवल एजेंसी खोलने नहीं देंगे और दर्जी बनने में उनका कोई इंट्रेस्ट नहीं था. ऐसे में वो मॉडलिंग करके पैसे कमा सकते हैं. उन दिनों सूर्यबंसी शूटिंग नाम की एक कपड़े की कंपनी का ऐड कैंपेन चल रहा था. शक्ति उसके लिए चुन लिए गए. एक असाइनमेंट के लिए शक्ति को 150 रुपए से 300 रुपए मिलते थे. फिर कुछ दोस्तों ने मिलकर शक्ति के लिए FTII फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का फॉर्म भर दिया. शक्ति ने वहां का इंटरव्यू क्लीयर कर लिया. अपने दोस्तों के साथ तैयारी करके वो ऑडिशन के लिए गए. फाइनली उनका एडमिशन FTII में हो गया.
एक फोटोशूट के दौरान शक्ति कपूर.
एक फोटोशूट के दौरान शक्ति कपूर.


# जिस दिन मुंबई पहुंचे, उसी दिन विनोद खन्ना की कार में बैठकर बीयर पी रहे थे शक्ति
शक्ति दिल्ली से पुणे जा रहे थे. FTII जॉइन करने. ट्रेन में उनकी मुलाकात अनिल वर्मन नाम के एक शख्स से हुई. अनिल ने शक्ति से कहा कि अगर वो चाहें, तो उनकी बहन के घर पर रुक सकते हैं. अनिल खुद भी वहीं रहते थे. अनिल की बहन के घर पहुंचने के कुछ ही देर बाद वहां विनोद खन्ना आ गए. उनके साथ राकेश और राजेश रौशन भी थे. शक्ति उन्हें देखकर हड़बड़ा गए. फिर पता चला कि अनिल की बहन विनोद खन्ना की भाभी हैं. यानी विनोद के भाई प्रमोद खन्ना की पत्नी. विनोद खन्ना ने कहा कि वो उन्हें अपनी गाड़ी में FTII छोड़े देंगे. अपने कॉलेज के पहले दिन शक्ति कपूर, विनोद खन्ना की कार में बैठकर बीयर पी रहे थे.
मगर वो जैसे ही गाड़ी से उतरकर कॉलेज के भीतर पहुंचे, उनका सामना मिथुन नाम के एक लड़के से हुआ. शक्ति ने उन्हें बीयर ऑफर की, मिथुन ने मना कर दिया. उसी रात मिथुन समेत कुछ सीनियर्स ने शक्ति को एक कमरे में बंद करके उनके सारे बाल काट दिए. धमकीभरे स्वर में ये भी कहा गया कि शक्ति अगर कॉलेज में फिर से शराब पीते दिखे, तो मामला और खराब हो सकता है. मगर इसके कुछ ही समय बाद शक्ति और मिथुन की दोस्ती हो गई. बाद में जब मिथुन मुंबई आए, तो शक्ति उनके साथ ही रहते थे.
अपने करियर के शुरुआती दिनों में मिथुन की एक फिल्म में शक्ति कपूर.
अपने करियर के शुरुआती दिनों में मिथुन की एक फिल्म में शक्ति कपूर.


# एक कार एक्सीडेंट ने शक्ति कपूर को स्टार बना दिया
ऐड कैंपेन से आए पैसों से शक्ति कपूर ने अपने लिए एक फिएट खरीदी. एक दिन वो लिंकिंग रोड से गुज़र रहे थे, तो कि उनकी कार एक मर्सिडीज़ से भिड़ गई. शक्ति ताव में दूसरी गाड़ी के पास पहुंचे, तो देखा कि मर्सिडीज़ में फिरोज़ खान बैठे हैं. एक्सीडेंट के बाद वहां ढेर सारे लोग जमा हो गए. शक्ति ने मौका देखा और फिरोज़ खान से फिल्म में रोल मांगने लगे. इस स्टंट के बाद शक्ति को 'दरवाज़ा' और 'अली बाबा मरजीना' जैसी फिल्मों में रोल्स मिले. कुछ समय बाद शक्ति की मुलाकात स्क्रिप्ट राइटर के.के. शुक्ला से हुई. शुक्ला जी ने बताया कि फिरोज़ खान अपनी फिल्म 'कुर्बानी' के लिए एक विलन की तलाश में हैं. मगर वो उस लड़के को ढूंढ रहे हैं, जिसके साथ सड़क पर उनकी कार का एक्सीडेंट हुआ था. क्योंकि उसमें वो पागलपन था, जो वो अपनी फिल्म के विलन में चाहते हैं. अफरातफरी में सारा कंफ्यूज़न क्लीयर कर शक्ति फिरोज़ खान के ऑफिस पहुंचे. वहां शैंपेन की बॉटल खुली और शक्ति फिल्म के लिए साइन कर लिए गए. 'कुर्बानी' वो पहली बड़ी फिल्म थी, जिसमें शक्ति कपूर को एक ढंग का रोल मिला. इस रोल में उन्हें स्टार बना दिया. इसके बाद शक्ति 'नसीब', 'रॉकी', 'हीरो', 'हिम्मतवाला' और 'कर्मा' जैसी बड़ी फिल्मों में दिखाई दिए. करियर सेट हो गया था.
फिरोज़ खान की फिल्म 'कुर्बानी' के पोस्टर पर शक्ति कपूर. फिल्म में उन्होंने विलन का रोल किया था.
फिरोज़ खान की फिल्म 'कुर्बानी' के पोस्टर पर शक्ति कपूर. फिल्म में उन्होंने विलन का रोल किया था.


# जब स्टिंग ऑपरेशन में सेक्शुअल फेवर मांगते पकड़े गए शक्ति कपूर
90 के दशक में भी शक्ति का करियर फुल स्पीड से चल रहा था. उनकी व्यस्तता का आलम ये था कि 1992 में शक्ति कपूर की 20 से ज़्यादा फिल्में रिलीज़ हुईं. इसमें 'शोला और शबनम' से लेकर 'खिलाड़ी' और 'बोल राधा बोल' जैसी फिल्में भी शामिल थीं. ये वो समय था, जब शक्ति कपूर को लिए बिना कोई फिल्म बनती ही नहीं थी. आगे वो 'राजा बाबू', 'अंदाज़ अपना अपना', 'दिलजले' और 'जुड़वा' जैसी कल्ट फिल्मों में नज़र आए. साल 2000 के बाद शक्ति ने काम करना कम कर दिया था. मगर वो चर्चा में बने रहते थे.
2005 में इंडिया टीवी पर एक स्टिंग ऑपरेशन दिखाया गया. इस वीडियो में शक्ति कपूर एक लड़की के साथ नज़र आ रहे हैं, जो फिल्मों में हीरोइन बनना चाहती है. शक्ति उसे फिल्मों में काम दिलवाने के बदले सेक्शुअल फेवर्स मांगते सुने-देखे गए. इसी वीडियो में उन्होंने कई टॉप हीरोइनों के नाम गिनाकर कहा कि उन्हें भी कास्टिंग काउच से गुज़रने के बाद फिल्मों में काम मिला. इस वीडियो के बाद उन्हें कई फिल्मी संस्थानों ने बैन कर दिया. शक्ति ने अपने बचाव में ये कहा कि उस वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है. हालांकि ये बात साबित नहीं हो पाई. तब से लेकर अब तक शक्ति लगातार कई छोटी-बड़ी फिल्मों में नज़र आए. मगर पहले वाली बात नहीं रही. उम्र भी बढ़ गई थी.
शक्ति कपूर के करियर के कुछ यादगार किरदारों की झलक.
शक्ति कपूर के करियर के कुछ यादगार किरदारों की झलक.


# आज कल कहां हैं शक्ति कपूर और क्या कर रहे हैं?
1980 में आई फिल्म 'किस्मत' के सेट पर शक्ति कपूर की मुलाकात पद्मिनी कोल्हापुरे की बहन शिवांगी से हुई. धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती हो गई. बीतते समय के साथ दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलने का ख्याल भी आया. मगर उससे पहले फुल फैमिली ड्रामा हुआ. शिवांगी और शक्ति के बारे में खबर लगते ही शिवांगी के पैरेंट्स ने उन्हें घर में बंद कर दिया. वहां से छूटते ही शिवांगी शक्ति कपूर के घर आ गईं. इसके बाद दोनों ने 12 जनवरी, 1982 को शादी कर ली. इस शादी से उन्हें दो बच्चे हुए बिटिया श्रद्धा और बेटा सिद्धांत. दोनों ही बच्चे फिलहाल हिंदी फिल्मों में काम करते हैं. श्रद्धा जहां टॉप लीग की हीरोइन बन चुकी हैं, वहीं सिद्धांत का काम भी चल रहा है. शक्ति कपूर अब कभी कभार ही फिल्मों में नज़र आते हैं. वो आखिरी बार 'शिमला मिर्च' नाम की लंबे समय से अटकी फिल्म में नज़र आए थे. जिसमें उनके साथ राजकुमार राव, रकुल प्रीत सिंह और हेमा मालिनी ने काम किया था. आने वाले दिनों में शक्ति प्रियदर्शन की 'हंगामा 2' में दिखाई देने वाले हैं. शक्ति अपनी फैमिली के साथ मुंबई में ही रहते हैं.
फुल फैमिली यानी पत्नी शिवांगी, बिटिया श्रद्धा और बेटे सिद्धांत के साथ शक्ति कपूर.
फुल फैमिली यानी पत्नी शिवांगी, बिटिया श्रद्धा और बेटे सिद्धांत के साथ शक्ति कपूर.