You Very Chalak bro! चिंता मत कीजिए, क्योंकि हम आपको कोई मीम नहीं दिखा रहे बल्कि हम तो Samsung के लिए इसको इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा क्यों कह रहे क्योंकि बेईमानी करना तो कह नहीं सकते. ये भी इसलिए क्योंकि किसी प्रोडक्ट या फीचर को कंपनी कैसे प्रमोट करेगी, कैसे बेचेगी. वो उसके अधिकार क्षेत्र की बात. मगर कंपनी जब किसी फीचर को गाजे-बाजे के साथ बताए. कहीं से भी कोई भी इशारा नहीं दे कि इस फीचर का पैसा लगेगा तो उसके लिए ‘चालाक’ शब्द ही ठीक रहेगा. मीटर बिठा लिया, अब बताते हैं सैमसंग ने क्या चालाकी दिखाई है!
Samsung ने कर दिया गेम, झामफाड़ AI फीचर्स का पैसा लगेगा!
Samsung ने परसों यानी 17 जनवरी 2024 को Galaxy Series के फ़्लैगशिप फोन लॉन्च किये. फोन्स की सबसे बड़ी हाइलाइट इनका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड फीचर्स से भरा होना रहा. गैलक्सी S24 सीरीज में कई कमाल AI फीचर हैं, मगर ये मुफ़्त नहीं है.

सैमसंग ने परसों यानी 17 जनवरी 2024 गैलक्सी सीरीज के फ़्लैगशिप फोन लॉन्च किए. फोन्स की सबसे बड़ी हाइलाइट इनका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड फीचर्स से भरा होना रहा. गैलक्सी S24 सीरीज में कई कमाल के AI फीचर हैं, मगर ये मुफ़्त नहीं है.
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जी बिल्कुल. सैमसंग ने AI बेस्ड फीचर्स जैसे लाइव कॉल ट्रांसलेशन, सर्किल टू सर्च, नॉर्मल वीडियो से स्लो-मोशन वीडियो आदि-अनादि के बारे में डिटेल में बताया. इतना ही नहीं, कंपनी ने ये भी कन्फर्म
किया कि ये फीचर पिछले साल लॉन्च हुई S23 सीरीज, फोल्ड और फ्लिप 5 में भी जल्द उपलब्ध होंगे. मगर ये नहीं बताया कि कंपनी इन फीचर्स का पैसा लेगी. आपके मन में सवाल होगा कि फिर हमें कैसे पता कि सैमसंग इसका पैसा लेगी? अजी, हमें तो ये भी पता है कि सैमसंग ऐसा कबसे करेगी. वैसे ये भी हमें सैमसंग ने ही बताया है. हुआ यूं कि हम सैमसंग की वेबसाइट पर नए फोन के बारे में पढ़ रहे थे. नीचे की तरफ आते हुए हमारी नजर पड़ी Key Features पर.
यहां जब माउस को हमने थोड़ा और स्क्रॉल किया तो महीन अक्षरों में 5वें नंबर पर लिखा दिखा,
Galaxy AI features will be provided for free until the end of 2025 on supported Samsung Galaxy devices. Different terms may apply for AI features provided by third parties.

मतलब, गैलक्सी AI वाले फीचर 2025 के आखिर तक फ्री रहेंगे. थर्ड पार्टी AI फीचर्स के लिए भी अलग शर्तें होंगी. थोड़ा आसान करते हैं. गैलक्सी फीचर मतलब लाइव कॉल ट्रांसलेशन या चैट सपोर्ट और थर्ड पार्टी मतलब सर्किल टू सर्च जिसे गूगल बाबा डेवलप किए हैं. इनका पैसा लगेगा बंधु. अब कितना लगेगा, वो पता नहीं. पता चलते ही बताते हैं.
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आपको पता चले तो आप हमें बता देना.
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