आप शायद ये सोच रहे होंगे कि इन सबका इतना ज़्यादा हौवा क्यों बना हुआ है. आख़िर इन गेमिंग कंसोल में फ़र्क़ क्या है? गेम खेलना है, तो कोई-सा भी ख़रीद लो. मगर ये बस इतनी ही बात नहीं है. आइए बताते हैं पूरी बात.
गेमिंग कंसोल क्या है?
आपको सीडी प्लेयर तो याद होंगे. वो पतली-पतली मशीन, जिसमें सीडी लगाकर मूवी देखते थे या फिर गाने सुनते थे. बस जैसे सीडी चलाने के लिए सीडी प्लेयर थे, वैसे ही गेम चलाने के लिए गेमिंग कंसोल होते हैं. आपने बचपन में सुपर मारियो ब्रदर्स (Super Mario Brothers) तो ज़रूर खेला होगा. प्लास्टिक की गेम कैसेट एक छोटी-सी मशीन में लगाते थे, फिर रिमोट कनेक्ट करके गेम खेलते थे. वो छोटी-सी मशीन निंटेंडो का गेमिंग कंसोल था, जिसमें मारियो के अलावा और भी गेम चलते थे.

पहला प्ले स्टेशन. (Playstation Scph 1000 With Controller)
1995 के आसपास सेगा का Sega Saturn (सेगा सैटर्न) गेमिंग कंसोल भी काफ़ी पॉप्युलर था, जिसमें सोनिक, वर्चुआ फ़ाइटर और टाइनी टूंज़ जैसे गेम चलते थे. इसी टाइम सोनी PS1 पर टेक्केन और क्रैश बैंडीकोट जैसे गेम धूम मचा रहे थे और Xbox पर हेलो 2 पॉप्युलर था.
अलग-अलग गेमिंग कंसोल में क्या फ़र्क़ होता है?
स्मार्टफ़ोन की तरह ही गेमिंग कंसोल में भी अलग अलग स्पेसिफ़िकेशन होती हैं. मोटे-मोटे तौर पर देखें, तो इनमें CPU, RAM और GPU के साथ-साथ स्क्रीन रेजॉल्यूशन वग़ैरह भी होते हैं. हर कंसोल की अलग ख़ूबी होती है और वो दूसरे से ज़्यादा अच्छे ग्राफ़िक और पावर देना चाहता है.

पहला Xbox कंसोल.
गेम बनाने वाली कम्पनियां इन्हीं कंसोल पर चलाने के लिए अपने गेम भी डिज़ाइन करती हैं. इस लिहाज़ से कंसोल ऐसे ही अलग-अलग हैं जैसे एंड्रॉयड फ़ोन और आइओएस डिवाइस. कुछ कम्पनियां सिर्फ़ एक हाई प्लेटफ़ॉर्म के लिए गेम बनाती हैं, तो कुछ एक से ज़्यादा के लिए. स्पाइडरमैन का लेटेस्ट गेम सिर्फ़ PS4 पर मौजूद है, यानी इसे खेलने के लिए आपके पास PS4 गेमिंग कंसोल का होना ज़रूरी है. वहीं PUBG और फ़ोर्टनाइट जैसे गेम प्ले स्टेशन, एक्सबॉक्स, एंड्रॉयड, आइओएस और कम्प्यूटर के लिए बने हुए हैं. यानी कि इन्हें किसी भी प्लेटफ़ॉर्म पर खेला जा सकता है.
पुराने प्ले स्टेशन और एक्सबॉक्स
सोनी का पहला प्ले स्टेशन 1994-1995 में लॉन्च हुआ था. साल 2000 में सोनी ने इसका एक स्लिम वर्ज़न निकाला था, जिसे PS1 कहा गया. इसी साल PS2 भी लॉन्च हुआ और पहला Xbox भी आया और पहली बार ये दोनों प्लेटफ़ॉर्म आपस में भिड़े. 2005-2006 में PS3 और Xbox 360 आमने सामने आए. फिर 2013 में PS4 और Xbox One भिड़े.

Ps2 Fat Console Set
इन मेन मॉडल के अलवा सोनी और माइक्रोसॉफ़्ट ने अपने-अपने गेमिंग कंसोल के कुछ और भी वर्ज़न निकाले. इस पूरे टाइम में निंटेंडो भी अपने अलग-अलग गेमिंग कंसोल लॉन्च करता रहा, मगर इंडिया जैसे मार्केट में प्ले स्टेशन का ही बोलबाला रहा.

Xbox 360 Consoles
PS5 vs Xbox Series X: दोनों में क्या फ़र्क़ है?
सोनी और माइक्रोसॉफ़्ट अपने-अपने गेमिंग कंसोल के स्पेक्स और डिज़ाइन दिखा दी हैं. इसके साथ ही इन्होंने अपने एक्सक्लूसिव गेम्स भी अनाउन्स कर दिए हैं. यानी वो गेम जो सिर्फ़ PS5 पर या Xbox Series X पर ही चलेंगे. फ़र्क़ बताने से पहले दोनों में समानताएं देख लेते हैं.
दोनों ही कंसोल गेम के अलावा स्ट्रीमिंग बॉक्स की तरह भी काम करते हैं, जिसकी मदद से आप नेटफ़्लिक्स वग़ैरह टीवी पर देख सकते हैं. दोनों कंसोल में आठ कोर वाला 3.5GHz AMD Zen 2 CPU, 1.3 टेराफ़्लॉप AMD RDNA 2 GPU और 16GB GDDR6 रैम लगी हुई है. प्ले स्टेशन और एक्सबॉक्स, दोनों ही और 120 फ़्रेम पर सेकंड (fps) और 8K रेसोल्यूशन सपोर्ट करते हैं. ऐसे तो दोनों हाई कंसोल 4K ब्लू रे (Blu-ray) वाली ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव है, पर PS5 का एक डिजिटल-ओनली वाला मॉडल भी मौजूद है.

Xbox Series X
अब आते हैं फ़र्क़ पर. Xbox Series X में पूरी 1TB SSD स्टोरेज मिलती है, वहीं PS5 में 825GB SSD स्टोरेज है. Xbox Series X अपने पुराने Xbox One के सारे गेम को सपोर्ट करेगा. इसके साथ आप Xbox 360 और ओरिजिनल Xbox के भी कुछ चुनिंदा गेम्स को भी नए वाले कंसोल पर खेल पाएंगे. PS5 सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने पुराने PS4 और PS4 Pro के गेम्स को सपोर्ट करेगा.

PS5 गेमिंग कंसोल और कंट्रोलर.
सोनी PS5 के एक्सक्लूसिव टाइटल में शामिल हैं— Spider-Man: Miles Morales, Horizon II: Forbidden West और Gran Turismo 7.

Spider-Man: Miles Morales.
माइक्रोसॉफ़्ट Xbox Series X के एक्सक्लूसिव टाइटल में शामिल हैं— Halo Infinite, Senua’s Saga: Hellblade 2, Forza Motorsport 8 और State of Decay 3.

Halo Infinite.
एक्सक्लूसिव गेम के अलावा दोनों ही कंसोल के लिए डेढ़-दो दर्जन गेम अनाउन्स हो चुके हैं. जहां तक क़ीमत की बात है, जानकारों का मानना है कि दोनों ही कंसोल 500 डॉलर के आसपास के होंगे. इसको रुपए में बदलें, तो क़रीब 37,000 रुपए बनेंगे. एक्सबॉक्स नवम्बर में लॉन्च हो रहा है और प्ले स्टेशन भी इसी साल के आख़िर में लॉन्च होने की तैयारी में है.

Nintendo Switch.
इसके साथ ही निंटेंडो का Nintendo Switch Pro (निंटेंडो स्विच प्रो) इस दोतरफ़ा लड़ाई को थ्री-वे बनाने की सोच रहा है. मगर जहां प्ले स्टेशन और एक्सबॉक्स टीवी वाले गेम कंसोल हैं, वहीं ये डिवाइस हैंडहेल्ड हैं, यानी मोबाइल फ़ोन की तरह है. इसलिए इसका मार्केट ही कुछ अलग है.