पिछले सप्ताहांत में आपने क्या किया होगा, वो हमें अच्छे से पता है. एक तो आपने विजय सेतुपति की ‘Maharaja’ देखी होगी और दूसरा जमकर ऑनलाइन शॉपिंग की होगी. करनी भी चाहिए क्योंकि Amazon-Flipkart पर डिस्काउंट फाड़ ऑफर जो रहे. अब तक तो प्रोडक्ट डिलीवर भी होने लगे होंगे और आपने सर्र से बॉक्स ओपन करके फर्र से उसको डस्टबिन में फेक भी दिया होगा. "अरे ऐसा नहीं करना था. बहुत नुकसान हो जाएगा. वो डिब्बा नहीं, बल्कि साइबर अपराधियों का खजाना है. हैकर इसका इस्तेमाल करके आपको लूट सकते हैं…" वगैरा-वगैरा.
Amazon-Flipkart से आया डिब्बा यूं ही फेंक देते हैं तो ये चेतावनी आप ही के लिए है
Amazon-Flipkart के शॉपिंग बॉक्स को बस यूं ही फेंका तो कांड हो जाएगा? आपके अकाउंट डिटेल हैक हो जाएंगे? इतना पढ़कर आप भी डरकर डस्टबिन की तरफ बॉक्स को उठाने के लिए भागे हैं तो तनिक रुक जाइए. सोशल मीडिया पर जो आप देख रहे हैं वो एकदम बकवास है.

अगर इतना पढ़ कर आप भी डर कर डस्टबिन की तरफ बॉक्स को उठाने के लिए भागे हैं तो तनिक रुक जाइए. ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि सोशल मीडिया पर जो आप देख रहे हैं वो एकदम बकवास है. सब अब्बा-डब्बा-जब्बा है. ऑनलाइन प्रोडक्ट के पैकेट या डिब्बे से वो सब पता नहीं चलता जो इन दिनों वायरल वीडियो में बताया जा रहा. फिर पता क्या चलेगा, वो हम पता करके बता रहे हैं.
क्या है बॉक्स के QR कोड वाली बकवास?सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हैं जिनमें बताया जा रहा है कि ऑनलाइन शॉपिंग वाला जो बॉक्स होता है, उसमें आपकी निजी जानकारी होती है. अकाउंट और पेमेंट डिटेल्स होते हैं. दावा है कि बॉक्स के ऊपर जो बार कोड होता है उसको हैक करके सारी जानकारी बाहर निकाली जा सकती है, इसलिए डिब्बे को फेंकने से पहले उसमें से बार कोड को निकाल कर नष्ट कर दें.
हालांकि ऐसा कुछ नहीं है. कोड के अंदर क्या होता है उसके बारे में बात करेंगे. मगर पहले एक आम तरीके से इस ‘डिब्बास’ (यानी बकवास) को समझते हैं. मान लीजिए कि आप ऐसे ग्राहक हैं जो हर प्रोडक्ट कैश ऑन डिलेवरी में खरीदते हैं. आपने ऐप पर अपने पेमेंट डिटेल्स, मसलन कार्ड या UPI भी नहीं डाले, तो फिर डिलीवरी पैकेट पर बार कोड होना ही नहीं चाहिए.

मगर बार कोड तो होता है, क्योंकि इस बार कोड का आपकी किसी भी निजी जानकारी या पेमेंट डिटेल्स से कोई लेना-देना नहीं है. ये कोड सिर्फ प्रोडक्ट की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल होता है. हमने Amazon की टीम से भी बात की. उनके मुताबिक, “बार कोड में पार्सल से जुड़ी डिटेल होती है जिसे हम ट्रेकिंग आईडी कहते हैं. इसको सिर्फ कंपनी की स्कैन मशीन से ही चेक किया जा सकता है. प्रोडक्ट डिलीवर हुआ या वापस आ गया. सिर्फ इसकी जानकारी ही इस बार कोड में होती है.”

उससे ज्यादा कुछ नहीं होता.
लेकिन हां, इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आपको बॉक्स को बस यूं ही फेंक देना चाहिए. ऐसा नहीं करना है, क्योंकि बॉक्स पर आपका पूरा पता होता है. और अगर आप नहीं चाहते कि आपके पते का पता हर किसी को पता चले तो या तो लेबल फाड़ दीजिए या फिर ऐमजॉन से एक मार्कर खरीद लीजिए. इसमें से सियाही निकलती है जो पते पर सब सियाह कर देगी.
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