पाकिस्तान के बग़ावती शायर हबीब जालिब जिन्होंने हर सरकार से पंगा लिया
“कहीं गैस का धुआं है, कहीं गोलियों की बारिश शब-ए-अहद-ए-कमनिगाही तुझ
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शायर का नाम है ‘हबीब जालिब’. हबीब जालिब का जन्म 24 मार्च 1928 को होशियारपुर में हुआ था. और 12 मार्च 1993 को उन्होंने आखिरी सांस ली. उन्होंने पाकिस्तान में अपने दौर की हर सरकार के खिलाफ लिखा. जमकर लिखा. इसके चलते हर सरकार ने उन्हें खामोश करने की कोशिश की. जेल भेजा. उन्होंने सिर्फ तानाशाहों को ही नहीं बल्कि लोकतंत्र के नाम पर दूसरे ढंग की तानाशाही करने वाले नेताओं को भी अपने निशाने पर रखा.
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