साल 2009. भारत के उत्तर-पूर्वी इलाके से निकलकर आई एक लड़की. ठीक से हिंदी ना बोल पाने वाली इस लड़की का खेल किसी भी भाषा से साफ बोलता था. और ये खेल आज भी ऐसा बोल रहा है कि सोमवार, 1 अगस्त की रात इस लड़की ने कॉमनवेल्थ गेम्स का सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया. ये कहानी है भारतीय जूडोका सुशीला देवी की. देखें वीडियो.