The Lallantop

लल्लनटॉप कहानी लिखिए और एक लाख रुपए का इनाम जीतिए

दि लल्लनटॉप कहानी कंपटीशन लौट आया है. आपका लल्लनटॉप अड्डे पर पहुंचने का वक्त आ गया है.

Advertisement
post-main-image
फोटो - thelallantop

हिंदी की सबसे दुलारी वेबसाइट thelallantop.com
एक जबराट खबर लेकर आई है. दी लल्लनटॉप कहानी कंपटीशन वापस आ गया है. इस कंपटीशन में कहानी लिखकर आप एक लाख रुपए का इनाम जीत सकते हैं. ये पहला इनाम है. इसके अलावा 15 लोगों को 5-5 हज़ार रुपए का इनाम मिलेगा. यानी जीतने वाले कुल लोग हुए 16, जिनकी होंगी 16 कहानियां.

Advertisement

जीतने वाली इन कहानियों की किताब छापेगा हिंदी का एक टॉपम टॉप पब्लिकेशन. इस किताब के ऊपर की रंगीन चमचमाती झिल्ली फटेगी (बोले तो विमोचन) साहित्य की नामचीन हस्तियां के द्वारा, आज तक के सालाना उत्सव 'एजेंडा आज तक' में.

दी लल्लनटॉप ने पिछले साल यानी 2016 में भी ये कंपटीशन कराया था. इसमें जिस कहानी को एक लाख रुपए का इनाम मिला था, उसे आप यहां क्लिक करके
पढ़ सकते हैं. इसके अलावा 15 और कहानियों को 5-5 हजार रुपए का इनाम दिया गया था.

Advertisement

पिछले साल लल्लनटॉप अड्डे पर अनुराग कश्यप
पिछले साल लल्लनटॉप अड्डे पर अनुराग कश्यप

तो कहानी कैसे लिखनी होगी, कहां भेजनी होगी?

सिंपल है. thelallantop.com
देश के नंबर वन हिंदी न्यूज चैनल आज तक के साथ मिलकर कर रहा है लल्लनटॉप कहानी कंपटीशन का आयोजन. तारीख है 10, 11 और 12 नवंबर. जगह है इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स, नई दिल्ली. यहीं पर आकर कहानी लिखनी होगी. कागज-कलम मुहैया कराई जाएगी. आपको कथा मंडप में बैठकर कहानी लिखनी होगी. घूम-टहलकर लिखने वालों का भी स्वागत है. मगर कहानी कागज पर ही लिखनी होगी और मौके पर ही.


लल्लनटॉप अड्डे पर अनुपम खेर
लल्लनटॉप अड्डे पर अनुपम खेर

कंपटीशन की बाकी शर्तें ये रहीं

Advertisement

1. इसमें हिस्सा लेने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन आप यहां क्लिक करके
 कर सकते हैं. 2. रजिस्ट्रेशन के बिना आप कंपटीशन में हिस्सा नहीं ले सकते. रजिस्ट्रेशन की कोई फीस नहीं है और ये दो मिनट में पूरा हो जाता है. 3. रजिस्ट्रेशन के बाद आपको आना होगा इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स, नई दिल्ली में हो रहे साहित्य आज तक
उत्सव में. आपको रजिस्ट्रेशन के दौरान ही इस उत्सव के फ्री टिकट मिल जाएंगे. 4. लल्लनटॉप कहानी कंपटीशन तीन दिन होगा. किसी भी दिन आ सकते हैं. 10, 11 या 12 नवंबर को. वैसे तीनों दिन आएं, तो बहुत अच्छा. बड़ी मज़ेदार चीजें होंगी.


2016 में लल्लनटॉप अड्डे पर स्वानंद किरकिरे (बाएं), रवीश कुमार (बीच में) और पीयूष मिश्रा (दाएं)
2016 में लल्लनटॉप अड्डे पर स्वानंद किरकिरे (बाएं), रवीश कुमार (बीच में) और पीयूष मिश्रा (दाएं)

5. साहित्य आज तक में खोजिए लल्लनटॉप स्टॉल. यहां से कॉपी-कलम लीजिए. उसके बाद चाहे दिल किसी के नाम करने की कहानी लिखें या नाम बनाने के लिए कुछ भी कर जाने की. 6. कहानी कितने शब्दों की हो सकती है? जवाब है- 16 पन्नों में जितना लिख सकें, अधिकतम उतनी. कहानी कितने वक्त में लिखनी है? जवाब है, सुबह से लेकर शाम तक. बस कॉपी अपने साथ लेकर नहीं जाना है. वरना एंट्री वैलिड नहीं होगी. चाहें, तो दूसरे दिन वापस आकर उसी कहानी को पूरा कर सकते हैं, मगर एक कैंडिडेट की एक ही एंट्री फाइनल लिस्ट में जगह पाएगी. 7. कहानी लिखने के बाद आप प्रकाशकों से मिल सकते हैं. अपनी दूसरी कविताओं और कहानियों को छपवाने के वास्ते. सिनेमा और संगीत के लोगों को भी घेरने का यही सही मौका है गुरू. आ जाओ.




2016 के लल्लनटॉप अड्डे पर क्या-क्या हुआ, ये आप
देख सकते हैं.
पिछले साल लल्लनटॉप अड्डे पर अनुराग कश्यप भी आए थे. सुनिए उन्होंने क्या कहा:
undefined

Advertisement