लॉर्ड्स टेस्ट (Lord’s Test) में इंग्लैंड (India Vs England 3rd Test) के खिलाफ जीत के बेहद करीब आकर भारत भले ही हार गया हो. लेकिन मैच के बाद रविंद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की बल्लेबाजी को लेकर काफी चर्चा हो रही है. इस मुद्दे पर अब क्रिकेट दिग्गजों की बंटी हुई राय सामने आई है. भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले (Anil Kumble) का मानना है कि जडेजा को थोड़ा और रिस्क लेना चाहिए था. वहीं, सुनील गावस्कर Sunil Gavaskar) और कप्तान शुभमन गिल का मानना है कि उन्होंने कंडीशन को ध्यान में रखते हुए बेहतरीन खेल दिखाया.
'थोड़ा रिस्क लेना चाहिए था...' जडेजा की बैटिंग पर दिग्गज क्रिकेटर ने सवाल उठा दिए!
India Vs England 3rd Test: लॉर्ड्स टेस्ट में रविंद्र जडेजा ने बेहतरीन बैटिंग की. हालांकि उनकी बैटिंग को लेकर एक दिग्गज क्रिकेटर ने सवाल उठाए हैं.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का कहना है कि जडेजा को इंग्लैंड के कुछ गेंदबाजों के खिलाफ थोड़ा आक्रामक खेल दिखाना चाहिए था. खासकर वोक्स और स्पिनरों के खिलाफ. उन्होंने कहा,
जिन गेंदबाजों का वह सामना कर सकते थे, वे थे क्रिस वोक्स, शोएब बशीर और जो रूट. बॉल सीधी दिशा में नहीं जा रही थी लेकिन फिर भी पिच पर ज्यादा टर्न नहीं था. इसलिए स्पिन या बाहरी किनारे के मामले में चिंता की कोई बात नहीं थी. बुमराह और सिराज के दूसरे एंड पर होने के बावजूद वह थोड़ा रिस्क ले सकते थे.
कुंबले का कहना था कि जडेजा इससे पहले और मुश्किल परिस्थितियों भी शानदार बैटिंग कर चुके हैं. इस बार भी वह थोड़ा जोखिम लेकर भारत को जीत के करीब ला सकते थे.
जडेजा के बचाव में आए गिल-गावस्करदूसरी तरफ पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर और भारत के कप्तान शुभमन गिल ने जडेजा की रणनीति का बचाव किया. गावस्कर ने लॉर्ड्स टेस्ट के बाद इंडिया टुडे से कहा,
जब आप निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ बैटिंग कर रहे होते हैं, तब आपको सोच-समझकर बैटिंग करनी होती है. जडेजा ने यही किया. वह स्ट्राइक को अपने पास रखने की कोशिश कर रहे थे. साथ ही हवा में शॉट खेलने से बच रहे थे, क्योंकि पिच पर अनिश्चित उछाल था. यही उनका टारगेट था.
कप्तान शुभमन गिल ने जडेजा और टेलएंडर्स की रणनीति का समर्थन किया. उनका कहना था कि भारत छोटी पार्टनरशिप के जरिए धीरे-धीरे दबाव इंग्लैंड पर डालना चाहता था. गिल ने कहा कि भारत ने दूसरी नई गेंद का इंतजार करने की प्लानिंग की थी, जो सिर्फ़ 5.1 ओवर दूर थी. इससे यह पता चलता है कि पुरानी ड्यूक गेंद पर शॉट लगाना मुश्किल था. गिल ने कहा,
5-6 रन बनाते ही इंग्लैंड पर दबाव बढ़ रहा था. 30-40 रनों की एक छोटी पार्टनरशिप बहुत बड़ा अंतर पैदा कर सकती थी. जब सिराज बैटिंग कर रहे थे तो हमें काफी उम्मीद थी. अगर हम 12-15 रन बाकी रहते दूसरी नई गेंद तक पहुंच जाते तो कुछ भी हो सकता था.
फिलहाल पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत 1-2 से पिछड़ गया है. सीरीज़ जीतने के लिए भारत को अगले दोनों टेस्ट मैच जीतने होंगे. सीरीज का चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर में शुरू होगा. इसमें भारत वापसी की उम्मीद के साथ उतरेगा.
वीडियो: सिराज की सजा पर भड़के ब्रॉड, गिल को मांफ किए जाने पर उठाए सवाल