न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ निराशाजनक सीरीज के बाद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के लिए इंग्लैंड दौरा काफी अहम था. टीम ने नए कप्तान और युवा खिलाड़ियों के साथ यहां सीरीज ड्रॉ कराई. सीरीज के दौरान गंभीर को अपने कई फैसलों को लेकर आलोचना का शिकार होना पड़ा. इसमें वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) को कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) पर तरजीह देना भी शामिल था. सुंदर ने बताया कि कोच गंभीर को उनपर काफी भरोसा था. साथ ही साथ सुंदर ने उस एक चीज का भी खुलासा कर दिया जो कि उन्हें गंभीर के बारे में बिलकुल पसंद नहीं है.
'मुझे पसंद नहीं कि गंभीर...' वॉशिंगटन सुंदर ने ऐसा क्यों कहा?
गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड दौरे पर Washington Sundar की बल्लेबाजी पर काफी भरोसा दिखाया था. सुंदर ने इस सीरीज में बल्ले से कमाल भी करके दिखाया.

वॉशिंगटन सुंदर ने गंभीर को लेकर दिल की बात बयां की. उन्होंने द विजडन को दिए इंटरव्यू में कहा,
गंभीर की जर्सी के पीछे भी नंबर 5 लिखा हुआ है. और जाहिर है, वह एक बाएं हाथ के बल्लेबाज थे. वो बहुत शानदार थे. बस एक चीज जो मुझे पसंद नहीं, वह है आईपीएल में उन्हें गेंदबाजी करना. वह मेरे खिलाफ बेहद सफल रहे, लेकिन वह एक अद्भुत इंसान भी हैं. उन्हें हम सभी पर बहुत भरोसा था. उन्हें भरोसा था कि हम हर समय लड़ेंगे और मैच जीतेंगे. सीरीज़ के अंत में उन्हें खुश देखकर वाकई बहुत खुशी हुई.
सुंदर ने बताया कि गंभीर टीम से बहुत साफ-साफ बात करते थे. उन्होंने टीम के हर खिलाड़ी को उनका रोल साफ-साफ बताया था. सुंदर ने बताया कि टेस्ट सीरीज के दौरान ड्रेसिंग रूम का माहौल कैसा था और खिलाड़ियों के बीच कैसी केमिस्ट्री थी.उन्होंने ने बताया,
पूरी सीरीज के दौरान इतने शांत ड्रेसिंग रूम का श्रेय उन्हें जाता है. उनकी बातचीत सटीक और स्पष्ट होती थी. वो साफ बताते थे कि उन्हें हमसे क्या उम्मीद थी. कोच और कप्तान को अपने खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा था. ये लंबे समय में वाकई मदद करता है.
भारतीय टीम की पहली बार कप्तानी कर रहे शुभमन गिल ने बल्ले से भी उम्दा प्रदर्शन किया. वॉशिंगटन सुंदर ने कप्तान की तारीफ करते हुए कहा,
पहली बार और वो भी इंग्लैंड में कप्तानी करना, आप समझ रहे होंगे कि गिल के लिए यह कितने मायने रखता होगा. शुभमन गिल के लिए बतौर बल्लेबाज और कप्तान बेहतरीन सीरीज रही. कप्तानी उन्होंने शानदार की. वो बहुत स्पष्ट थे कि उन्हें किस खिलाड़ी से क्या जरुरत है. उन्होंने अपने दिमाग में बनाई सभी योजनाएं खिलाड़ियों से शेयर की. हम सभी को पता था कि हमें क्या करना है. मेरे ख्याल से हम सभी गिल के लिए बहुत खुश थे.
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एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज में सुंदर का प्रदर्शनकई दिग्गज खिलाड़ी कुलदीप यादव को टीम में देखना चाहते थे. कुलदीप को पूरी सीरीज में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. हालांकि सुंदर ने अपने कोच और कप्तान को निराश नहीं किया. बल्ले के साथ-साथ उन्होंने गेंद से भी कमाल किया. सुंदर ने सीरीज में चार मैच खेले हैं. इसमें 47.33 के औसत से 284 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक शामिल था. उन्होंने मैनचेस्टर टेस्ट में 101 रन की नाबाद पारी खेली थी. रविंद्र जडेजा के साथ उनकी साझेदारी के कारण ही भारत ये मैच ड्रॉ करा पाया था. उन्होंने चार मैच में सात विकेट भी अपने नाम किए. इसमें एक चार विकेट हॉल शामिल था.
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