ओलंपिक्स (Paris Olympics) के फाइनल में पहुंचने के बावजूद विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को पेरिस से खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है. 50kg विमेन रेसलिंग इवेंट में हिस्सा लेने वाली विनेश का फाइनल से पहले वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था, इस वजह से उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. 7 अगस्त को होने वाले फाइनल मुकाबले से पहले विनेश अपने वजन को कम करने के लिए किस हद तक गई थीं, इस बात का खुलासा रेसलर के पर्सनल कोच वॉलर अकोस (Woller Akos) ने किया है.
अकोस के मुताबिक, विनेश ने वजन को कम करने के लिए तकरीबन साढ़े पांच घंटे तक कोशिश की थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा,
"लगा कि उनकी मौत..."- अब विनेश के कोच ने बताई उस रात की कहानी, रेसलर ने खुद को झोंक दिया था!
Vinesh Phogat Olympics 2024: 7 अगस्त को होने वाले फाइनल मुकाबले से पहले विनेश अपने वजन को कम करने के लिए किस हद तक गई थीं, इस बात का खुलासा रेसलर के पर्सनल कोच Woller Akos ने किया

“सेमीफाइनल के बाद विनेश का वजन 2.7 किग्रा ज्यादा हो गया था. जिसके बाद उन्होंने एक घंटे बीस मिनट तक एक्सरसाइज की. इसके बाद भी 1.5 किग्रा वजन कम करना बाकी था. 50 मिनट के सॉना बाथ लेने के बाद, उनके शरीर पर पसीने की एक बूंद भी नहीं दिखी. इसके बाद आधी रात से सुबह 5:30 बजे तक, उन्होंने अलग-अलग कार्डियो मशीन और रेसलिंग मूव्स पर काम किया.”
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अकोस ने आगे कहा,
“वो लगातार 45 मिनट तक एक्सरसाइज करने के बाद 2-3 मिनट का आराम लेती थीं और फिर से कुश्ती और कार्डियो करने लगती थीं. वो चक्कर खाकर गिर गईं, लेकिन हमने किसी तरह से उन्हें उठाया और उन्होंने एक घंटा सॉना बाथ में बिताया. मैं बढ़ा-चढ़ाकर ये बातें नहीं बोलना चाहता, लेकिन मुझे सिर्फ इतना याद है कि एक समय ऐसा लगा था कि उनकी मौत हो सकती हैं.”
अकोस ने साथ ही कहा,
“उस रात अस्पताल से लौटते समय हमारे बीच दिलचस्प बातचीत हुई. विनेश ने कहा कि कोच, दुखी मत होइए क्योंकि आपने मुझसे कहा था कि अगर मैं खुद को किसी मुश्किल स्थिति में पाती हूं और मुझे अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है तो मुझे ये याद करना चाहिए कि मैंने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला पहलवान (जापान की यूई सुसाकी) को हराया है. मैंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया और मैंने साबित कर दिया कि मैं दुनिया की सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक हूं. हमने साबित कर दिया है कि गेम प्लान काम करते हैं. ”
अकोस ने आगे बताया कि रेसलर्स प्रोटेस्ट के दौरान विनेश ने बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक को अपना-अपना मेडल गंगा नदी में बहाने से रोका था. उन्होंने कहा,
“विनेश ने साक्षी और बजरंग से अपना मेडल गंगा नदी में ना बहाने की विनती की थी. विनेश ने उनसे कहा था कि ये मेडल्स बेहद खास हैं और वो इन्हें नदी में ना बहाएं. उन्होंने बजरंग और साक्षी को समझाया था कि दोनों की जर्नी शानदार रही है.”
बताते चलें कि 14 अगस्त को CAS ने विनेश के सिल्वर मेडल की अपील को खारिज कर दिया था. विनेश ने क्यूबा की रेसलर के साथ संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की थी.
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