इंग्लैंड के खिलाफ (IND vs ENG) टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया. सीरीज में 2-1 से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया ने ओवल टेस्ट जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया. इसके बाद टीम इंडिया के खेल की खूब तारीफ हो रही है. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज माइकल क्लार्क (MichaeL Clarke) का मानना है कि अगर टीम इंडिया ने कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को मौका दिया होता, तो वो यह सीरीज अपने नाम भी कर सकती थी.
इंडिया-इंग्लैंड सीरीज को लेकर क्लार्क का बड़ा दावा, बोले- 'भारत इस प्लेयर को खिलाता तो...'
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया. सीरीज में 2-1 से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया ने ओवल टेस्ट जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज माइकल क्लार्क के मुताबिक भारत के पास ये सीरीज जीतने का मौका था.
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दरअसल, पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में कुलदीप को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा बतौर स्पिनर प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे. इस पर क्लार्क ने कहा,
कुलदीप यादव ने सीरीज में हिस्सा नहीं लिया. मुझे लगता है कि वो भारत को 20 विकेट लेने में मदद कर सकते थे. लेकिन सुंदर और जडेजा के प्रदर्शन को नजरअंदाज करना भी आसान नहीं है. दोनों बल्ले से शानदार रहे, साथ ही गेंद से भी बेहतरीन प्रदर्शन किया. मुझे नहीं लगता कि इन दोनों खिलाड़ियों की आलोचना की जा सकती है. इस सीरीज में दोनों स्पिनर्स का असर वाकई काबिले तारीफ रहा. उन्होंने मिले मौके का पूरा फायदा उठाया.
क्लार्क ने आगे कहा,
यशस्वी की तारीफमुझे लगता है कि कुलदीप यादव को लेकर चर्चा होती रहेगी क्योंकि वो भारत के लिए एक्स-फैक्टर हैं. उन्होंने पूरी सीरीज में 20 विकेट दिलाने में मदद की होती.
साथ ही माइकल क्लार्क ने टीम इंडिया के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल की भी खूब तारीफ की. उनके मुताबिक यशस्वी में उन्हें सहवाग की झलक नजर आती है. क्लार्क ने कहा,
जिस तरह जायसवाल खेलते हैं, अगर सब प्लान के हिसाब से चला और उनका करियर वैसा ही रहा जैसा हम सोच रहे हैं, तो वो सुपरस्टार बनेंगे. वो काफी हद तक सहवाग की तरह बैटिंग करते हैं. टॉप ऑर्डर में रिस्क लेकर तेज खेलते हैं और टीम के लिए शुरुआत में ही जोश भर देते हैं. कई बार वो ऐसी पारी खेलेंगे कि लोग कहेंगे – ‘वाह, क्या खिलाड़ी है!’ जैसे ओवल की दूसरी पारी में उन्होंने खेल दिखाया था.
ये भी पढ़ें: पाकिस्तानी खिलाड़ी पर लगा रेप का आरोप, ब्रिटेन की पुलिस बीच मैदान से पकड़ ले गईक्लार्क ने आगे कहा,
कभी-कभी वो जल्दी आउट भी हो जाएंगे. गेंद एज होकर स्लिप में चली जाएगी, बैकवर्ड पॉइंट पर कैच हो जाएगा, या पुल शॉट खेलकर आउट हो जाएंगे. लेकिन वो आगे और बेहतर होते जाएंगे. सहवाग भी जब फॉर्म में होते थे तो कोई उन्हें रोक नहीं पाता था."
बताते चलें कि यशस्वी ने इस सीरीज में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया. उन्होंने पांच मुकाबलों में 41.10 की औसत से कुल 411 रन बनाए, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल रहे.
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