The Lallantop

‘ग्रोवल’ शब्द को लेकर क्या गावस्कर की सलाह मानेंगे साउथ अफ्रीकी कोच?

गुवाहाटी टेस्ट के दौरान साउथ अफ्रीकी कोच Shukri Conrad ने टीम इंडिया के लिए 'ग्रोवल' शब्द का प्रयोग किया था. अब इसे लेकर दिग्गज Sunil Gavaskar ने उन्हें एक अच्छी सलाह दी है. लेकिन, क्या कॉनराड उनकी बात मानेंगे?

Advertisement
post-main-image
साउथ अफ्रीकी कोच शुक्री कॉनराड ने गुवाहाटी टेस्ट के दौरान टीम इंडिया के लिए किया था ग्रोवल शब्द का इस्तेमाल. (फोटो-PTI/AP)

क्रिकेट इतिहास में कुछ शब्द ऐसे हैं, जिसका प्रयोग करने से सभी बचते हैं. साउथ अफ्रीकी कोच शुकरी कॉनराड (Shukri Conrad) ने ऐसे ही एक शब्द ‘ग्रोवल’ यानी (नाक रगड़ना या घ‍िघ‍ियाना) का इस्तेमाल टीम इंडिया के लिए गुवाहाटी टेस्ट के दौरान किया था. इसके बाद से उनकी खूब आलोचना हो रही है. खुद कई साउथ अफ्रीकी प्लेयर्स भी इसके लिए उन्हें सुना चुके हैं. लेकिन, अब तक इसे लेकर न ही कॉनराड ने माफी मांगी है. न ही अफसोस जताया है. रांची में पहले वनडे के बाद दिग्गज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) साउथ अफ्रीकी कोच के इस विवादित कमेंट को याद कर भड़क गए.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

दरअसल, पिछले सप्ताह गुवाहाटी टेस्ट के चौथे द‍िन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रोटियाज कोच ने ये विवादित बयान दिया था. बरसापारा स्टेडियम में हुए मैच के दौरान कॉनराड से ये पूछा गया था कि उन्होंने पहली पारी में 288 रन की बढ़त के बावजूद फॉलोऑन क्यों नहीं कराया. इस पर उन्होंने कहा था,

हम चाहते थे कि वो सच में ग्रोवल करें.

Advertisement
गावस्कर ने क्या कहा है?

गावस्कर ने अब रांची में हुए वनडे मुकाबले के बाद इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कॉनराड के इस कमेंट को अविवेकपूर्ण बताया है. साथ ही कहा कि कॉनराड को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए और इसे सुधारना चाहिए. जियोहॉटस्टार के शो क्रिकेट लाइव में गावस्कर ने कहा कि इस शब्द का इस्तेमाल ठीक नहीं था. खासकर जब भारत और BCCI ने साउथ अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी में अहम भूमिका निभाई है और दोनों देशों के बीच गहरे क्रिकेट संबंध हैं. गावस्कर ने कहा,

इस शब्द का इस्तेमाल गलत था. हमें साउथ अफ्रीका की इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी को याद करना चाहिए. 20 साल से ज्यादा के आइसोलेशन के बाद साउथ अफ्रीका की वापसी का ऑफर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ही रखा था. उनकी वापसी का पहला इंटरनेशनल मैच भारत में ही खेला गया था.

ये भी पढ़ें : 'विराट-रोहित के साथ गंभीर की हुई खटपट' का सच क्या है?

Advertisement

भारत के पूर्व बल्लेबाज ने आगे कहा कि वह माफी की मांग नहीं कर रहे, लेकिन उम्मीद करते हैं कि कॉनराड अपनी अगली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर सफाई देंगे और मानेंगे कि उन्हें ये कमेंट नहीं करना चाहिए था. गावस्कर ने आगे कहा,

मुझे उम्मीद है कि अपनी अगली प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे इस पर बात करेंगे. मुझे नहीं लगता कि माफी जरूरी है. मैं व्यक्तिगत रूप से माफी में विश्वास नहीं करता. लेकिन, इसे स्वीकार करना और सुधार करना ये जरूरी है. जीवन में ऐसे मौके आते हैं, जब भावनाओं में बहकर कोई कुछ ज्यादा बोल देता है. पिछले 30 सालों में भारतीय और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के मजबूत रिश्ते को देखते हुए, मुझे लगता है कि वे बस इतना कह सकते हैं कि वे उस वक्त भावनाओं में बह गए थे.

क्या टीम इंडिया देगी शुक्री को जवाब?

दरअसल, टीम इंडिया ने रांची में हुए पहले वनडे मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 17 रनों से हराया. अब दोनों टीमों के बीच दूसरा वनडे रायपुर में 3 दिसंबर को है. ऐसे में ये देखने लायक होगा कि दिग्गज क्रिकेटर के इस सुझाव को साउथ अफ्रीकी कोच मानते हैं या नहीं. 

वैसे अगर इस शब्द के इतिहास पर गौर करें तो, इसका इस्तेमाल सबसे पहले इंग्ल‍िश कप्तान टोनी ग्रेग ने 1970 के दशक में वेेस्टइंडीज टीम के लिए किया था. इसे रेसि‍स्ट कमेंट के तौर पर भी देखा जाता है. यही कारण है वेस्टइंडीज टीम ने इसके बाद न सिर्फ इंग्ल‍िश टीम को हराया था. बल्कि सबसे खतरनाक टीम भी बन गई थी. इसी के बाद उन्होंने 1975 और 1979 दोनों वर्ल्ड कप इंग्लैंड में जाकर जीता था. यानी अब टीम इंडिया के लिए वनडे और T20I सीरीज जीत ही इसका सबसे सटीक जवाब होगा.  

वीडियो: साउथ अफ्रीका से हार पर सुनील गावस्कर और अश्विन ने कह दी ये बड़ी बात

Advertisement