रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के बीच ही संन्यास का एलान कर दिया था. उनके फैसले से दिग्गज खिलाड़ी और फैन्स काफी हैरान थे. किसी को इसकी उम्मीद नहीं थी. अश्विन ने एक झटके में ही अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया. उस समय उन्होंने अपने संन्यास को लेकर साफतौर पर कुछ नहीं कहा. अब अपने पॉडकास्ट पर दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) से बात करते हुए उन्होंने संन्यास की वजह बताई है.
अश्विन ने अचानक क्यों छोड़ा इंटरनेशनल क्रिकेट? द्रविड़ के सामने सुनाई रिटायरमेंट के पीछे की असली कहानी
अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच में जगह नहीं मिली थी. एडिलेड टेस्ट में उन्हें मौका मिला लेकिन वो केवल एक ही विकेट ले सके. ब्रिस्बेन टेस्ट में भी उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा था. इसी मैच के बाद अश्विन ने संन्यास का एलान कर दिया था.


अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में जगह नहीं मिली थी. एडिलेड टेस्ट में उन्हें मौका मिला लेकिन वो केवल एक ही विकेट ले सके. ब्रिस्बेन टेस्ट में भी उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा था. इसी मैच के ड्रॉ होने के बाद अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर संन्यास का एलान कर दिया था. द्रविड़ ने अश्विन से उनके अचानक संन्यास लेने की वजह पूछी. अश्विन ने बताया,
मुझे लगता है कि, मैं उस समय अपनी जिंदगी में कहां था, वो संन्यास की असल वजह थी. मुझे मानना होगा कि मैं बूढ़ा हो गया था.
इसके बाद अश्विन ने दिल की बात बयां की. उन्होंने कहा,
सच ये था कि मैं एक के बाद एक टूर पर जा रहा था. कई बार टीम से बाहर बैठा. ये अच्छी फीलिंग नहीं थी. एक समय के बाद ये फीलिंग मुझ पर हावी होने लगी. ऐसा इसलिए नहीं था क्योंकि मैं टीम में योगदान नहीं दे पा रहा था. मुझ पर ये इसलिए हावी होने लगा क्योंकि मैं सोचने लगा कि यहां दौरों पर आकर मैं क्या कर रहा हूं. बेंच पर बैठने से बेहतर ये होगा कि मैं घर पर रहकर बच्चों के साथ समय बिताऊं. मेरे बच्चे भी बड़े हो रहे हैं.
अश्विन ने बताया कि अगर उन्हें लगातार मौके मिलते तो वो 34-35 साल की उम्र में ही क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके होता. जब उन्होंने रिटायरमेंट अनाउंस की तब उनकी उम्र 38 साल की थी. उन्होंने कहा,
द्रविड़ ने अश्विन पर लगाया आरोपमैंने हमेशा ये सोचा था कि मैं 34-35 साल की उम्र में संन्यास ले लूंगा. लेकिन मुझे इस बीच खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला. इस वजह से ही मैं 38 की उम्र तक खेला.
इस दौरान राहुल द्रविड़ ने मजाक में ये भी कहा कि अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल से ऑस्ट्रेलियाई टीम की मदद की. द्रविड़ ने कहा,
आप हमेशा से यूट्यूब वीडियो बना रहे हैं. जब आप टीम इंडिया के लिए खेल रहे थे तब भी. ऑस्ट्रेलियाई टीम जब भारत आई थी तो मुझे किसी ने आपका वीडियो भेजा था. ये वीडियो तमिल में था. इस वीडियो में आप ऑस्ट्रेलियाई टीम को स्पिन खेलना समझा रहे थे. मैं वो वीडियो देखकर सोच रहा था कि ‘ऐश, अभी सीरीज खत्म नहीं हुई है’.
यह भी पढ़ें- रोहित की जगह श्रेयस अय्यर बनेंगे ODI कैप्टन? BCCI ने सब कुछ साफ-साफ बता दिया
अश्विन ने द्रविड़ का दिया जवाबराहुल की बात सुनकर अश्विन हंसने लगे. उन्होंने फिर कहा,
अश्विन का शानदार करियरअगर मैं कोचिंग दे पाता तो मैं अपने ही खिलाड़ियों को दे देता. उनको बताता कि स्पिन कैसे खेलनी है. मैं समझता हूं कि आपको मेरी वजह से कई लोगों से सुनना पड़ा. जहां तक मुझे याद है, उस वीडियो के बाद अगला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया जीता था. मेरी वीडियो तमिल में थी लेकिन उसमें अंग्रेजी में सबटाइटल थे. इससे चीजें खराब हो गई.
अश्विन ने भारत के दूसरे सबसे कामयाब गेंदबाज के तौर पर करियर का अंत किया. अश्विन ने टीम के इंडिया के लिए 106 टेस्ट, 116 वनडे और 65 टी20 मैच खेले थे. अश्विन ने 106 टेस्ट मैच में 537 विकेट चटकाए थे. टेस्ट में उनके बल्ले से 3503 रन भी मिले. उन्होंने 6 शतक और 14 अर्धशतक लगाए. वहीं वनडे में अश्विन ने 156 विकेट चटकाए थे. टी20 में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 72 विकेट और बल्लेबाजी करते हुए 160 रन बनाए.
वीडियो: ब्रेविस के नाम पर अश्विन ने CSK को फंसा दिया, टीम ने क्या सफाई दी?