कर्नाटक में विधानसभा का सत्र चल रहा था. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ को लेकर चर्चा चल रही थी. इसी दौरान कांग्रेस नेता और राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का एंथम ‘नमस्ते सदा वत्सले...’ गाने लगे. ये सुनकर कांग्रेस खेमे में तो चुप्पी छाई रही, लेकिन भाजपा विधायक खुशी से मेज थपथपाने लगे. बीजेपी विधायक वी सुनील कुमार कांग्रेस नेता की चुटकी लेते हुए कहने लगे कि ‘उम्मीद है ये सदन के रिकॉर्ड से हटाया नहीं जाएगा.’ पूरे सदन में हंसी गूंज उठी. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है और तमाम तरह की अटकलें भी लगाई जाने लगी हैं.
विधानसभा में RSS एंथम गाने लगे डीके शिवकुमार, कांग्रेस वाले चुप, बीजेपी खेमा झूम उठा
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार अचानक से विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गीत ‘नमस्ते सदा वत्सले…’ गाने लगे. इस पर भाजपा के लोगों ने मेज थपथपाकर इसका स्वागत किया.
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दरअसल, कर्नाटक विधानसभा में चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़ पर चर्चा चल रही थी. इस साल जून में RCB की जीत के जश्न के दौरान भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी. इस समारोह में डीके शिवकुमार भी शामिल हुए थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने इस घटना को लेकर शिवकुमार पर ‘उन्माद फैलाने’ का आरोप लगाया और कहा कि वह जश्न मनाते हुए RCB टीम के साथ एयरपोर्ट से स्टेडियम तक गए थे. रास्ते में कन्नड़ झंडा भी लहराया था. भाजपा के मुताबिक, इन सबने भगदड़ का माहौल तैयार किया.
इस पर अपना बचाव करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि वह कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सदस्य और बेंगलुरु के प्रभारी मंत्री के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा
हां, मैंने RCB को शुभकामनाएं दीं. मैंने कप भी चूमा. मैंने अपना काम किया.
शिवकुमार ने दोहराया कि अन्य राज्यों में भी ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं. इससे पहले भी उन्होंने उत्तर प्रदेश में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ का जिक्र करते हुए अपना बचाव किया है.
इसी बीच, जब विपक्ष के नेता आर अशोक ने उन्हें पुराने बयान की याद दिलाई कि उन्होंने खुद माना था कि वे ‘RSS की चड्डी’ पहन चुके हैं. तब शिवकुमार अचानक RSS का गीत ‘नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे...’ गाने लगे. इससे पूरे सदन में हंसी गूज उठी. भाजपा के लोगों ने मेज थपथपाई जबकि कांग्रेसी ‘सन्नाटे’ में चले गए. बीजेपी विधायक वी. सुनील कुमार ने मजाक में कहा,
उम्मीद है कि ये लाइनें रिकॉर्ड से हटाई नहीं जाएंगी.
यह घटना सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गई. लोग इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाने लगे. सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि क्या ये सिद्दारमैया को चेतावनी है कि अगर डीके शिवकुमार को सीएम की कुर्सी नहीं मिली तो वो भाजपा में जाने को तैयार हैं.
एक अन्य यूजर ने लिखा कि जब कांग्रेस लाल किले से RSS की तारीफ करने पर पीएम मोदी को घेर रही है, तभी शिवकुमार RSS का गीत गा रहे हैं. अगर कांग्रेस ने उन्हें जल्दी सीएम नहीं बनाया तो कल को वे ‘काशी मथुरा बाकी है’ के नारे भी लगाते दिखेंगे.
हालांकि, शिवकुमार ने इन सारी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह हमेशा कांग्रेसी बने रहेंगे. उन्होंने सफाई दी कि उनके इस कदम का कोई सीधा या परोक्ष संदेश नहीं था. उन्होंने कहा कि मैंने सभी राजनीतिक दलों पर रिसर्च की है. मुझे पता है कि RSS कर्नाटक में कैसे संस्थान बना रहा है. हर जिले और तालुका में स्कूल खोल रहा है. लेकिन मैं कांग्रेसी हूं और कांग्रेस में ही रहूंगा.
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