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CSK की हार के बाद धोनी को सुनिए, समझ जाएंगे ये इतने बड़े कप्तान क्यों हैं!

'किसी को दोष नहीं दे सकते.'

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धोनी ने बताया, चेन्नई क्यों हारी (स्क्रीनग्रैब)

महेंद्र सिंह धोनी. चेन्नई सुपर किंग्स के यशस्वी कप्तान. धोनी की कप्तानी में टीम ने IPL2023 का अपना आखिरी होम लीग मैच खेल लिया है. और इस मैच में उन्हें हार मिली. और इस हार के बाद धोनी ने तमाम मुद्दों पर बात की. उन्होंने साफ कहा कि इस हार के लिए किसी को दोष देना ठीक नहीं होगा.

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धोनी ने कहा,

'यह उन दिनों में से एक था जहां आप टॉस जीतते हैं. पहले बैटिंग करते हैं. और दूसरी पारी की पहली गेंद पड़ते ही समझ जाते हैं कि ये 180 का विकेट था. मुझे नहीं लगता कि पहले बैटिंग करते हुए कम 180 के क़रीब भी थे. मुझे लगता है कि ओस से काफी अंतर आया.

अगर आप पहली और दूसरी पारी की तुलना करेंगे, तो पहली पारी में स्पिनर्स के लिए काफी कुछ था. और इसी में हम फंस गए. मैं सोचता हूं कि इस हार के लिए किसी को दोष नहीं दे सकते.'

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धोनी ने यह भी कहा कि ओस के चलते कई बार टॉस जीतकर कोई फैसला लेना ट्रिकी हो जाता है. धोनी बोले,

'जब भी ओस के बारे में आप निश्चित नहीं होते, तब टॉस पर कोई फैसला करना ट्रिकी हो जाता है. और जैसा कि मैंने कहा, आप टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला करते हैं और आपको बाद में पता चलता है कि दूसरी पारी में ओस नहीं आई.

उनके स्पिनर्स के खिलाफ़ 150 चेज करना भी मुश्किल होता. इसलिए हम इस हार के लिए किसी बैटर या बोलर को दोष नहीं दे सकते. उन लोगों ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की, लेकिन हालात का गेम पर बड़ा असर पड़ा.'

इस सीजन CSK के लिए शिवम दुबे कमाल की बैटिंग कर रहे हैं. और मैच के बाद धोनी से इस बारे में भी सवाल हुआ. लेकिन धोनी ने इस बारे में कोई डीटेल देने से मना करते हुए कहा,

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'देखिए, हमने बहुत सारी बातें की हैं. लेकिन हमने उनसे क्या कहा, ये ड्रेसिंग रूम में ही रहना चाहिए. किन एरियाज में उन्हें काम करना चाहिए. हम उनकी बैटिंग से काफी खुश हैं और उनके लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वह गेम दर गेम बेहतर करना जारी रहें, ना कि अभी तक की परफॉर्मेंस से संतुष्ट होकर बैठ जाएं.'

धोनी ने दीपक चाहर की भी तारीफ़ की. उन्होंने कहा,

'वह ऐसे व्यक्ति हैं जो गेंद को स्विंग कराते हैं. और उन्हें गेम का आइडिया भी रहता है कि फील्डर्स किधर रखने हैं और वह उसी के हिसाब से बोलिंग करते हैं. वह जाहिर तौर पर टीम के लिए महत्वपूर्ण हैं. कई बार... मैं सोचता हूं कि वह बहुत अनुभवी हैं और उनके समझ आ जाता है कि अगर गेंद स्विंग ना हो रही है तो कौन सी लेंथ पर बोलिंग की जाए.

क्योंकि जब आपके पास बोर्ड पर बहुत रन नहीं होते, तो आपको थोड़ा स्मार्ट होना होता है. जब एक बार आप देखते हैं कि दीपक को स्विंग नहीं मिल रही, तो पता चल जाता है कि किसी को स्विंग नहीं मिलेगी.'

मैच में धोनी के टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था. और उन्होंने मैच के बाद जरूर सोचा होगा कि काश वो ये टॉस हार जाते. क्योंकि टॉस के ही वक्त नितीश राणा बोले थे कि टॉस जीतते तो वो भी पहले बैटिंग लेते.

ख़ैर, टॉस के बाद धोनी की टीम ने लंबे वक्त तक बहुत धीमी बैटिंग की. और उन्हें इसका खामियाज़ा भी भुगतना पड़ा. टीम 20 ओवर्स में 144 रन ही बना पाई. शिवम दुबे 48 रन बनाकर नाबाद रहे. और कोई भी बल्लेबाज उनके क़रीब नहीं पहुंच पाया.

जवाब में KKR के लिए कप्तान नितीश राणा और रिंकू सिंह ने फिफ्टीज़ जड़ी और KKR ने चार विकेट खोकर जीत के लिए जरूरी रन बना लिए. रिंकू को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

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