1983 वर्ल्ड कप विनिंग टीम के कैप्टन रहे Kapil Dev ने Yuvraj Singh के पिता और पूर्व क्रिकेटर Yograj Singh के एक बयान पर प्रतिक्रिया दी है. एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों और पैपराज़ी ने कपिल देव को घेर लिया था. इस दौरान उन्होंने कपिल देव से योगराज सिंह के उन्हें लेकर दिए गए हालिया बयान का ज़िक्र किया. कपिल देव ने उनका जवाब एक ही लाइन में ही दे डाला.
योगराज सिंह ने कही थी कपिल देव को गोली मारने की बात, अब ये जवाब मिला है
Yograj Singh Kapil Dev: 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कैप्टन Kapil Dev एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. यहां पैपराजी ने उन्हें घेर लिया. उनसे Yograj Singh की उनके प्रति की गई टिप्पणी पर जवाब मांगा. इस दौरान कपिल ने उन्हेें पहचानने तक से इनकार कर दिया.

पत्रकारों और पैपराज़ी ने जैसे ही योगराज सिंह का ज़िक्र किया तो कपिल देव ने कहा,
"कौन है? किसकी बात कर रहे हो?" जब पत्रकारों ने बताया कि यह बयान योगराज सिंह का है तो उन्होंने कहा, "अच्छा, और कुछ?" सिर्फ इतना कहकर कपिल देव वहां से निकल गए.
दरअसल, योगराज सिंह ने बीते दिनों एक यूट्यूबर को इंटरव्यू दिया था. इसी इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वह कपिल देव से बहुत गुस्सा थे. उनका गुस्सा इतना बढ़ गया था कि वह एक बार पिस्टल लेकर कपिल के घर पहुंच गए थे और उन्हें गोली मारना चाहते थे.
योगराज सिंह ने दावा करते हुए कहा,
“जब कपिल देव नॉर्थ ज़ोन और हरियाणा के कप्तान बने तो उन्होंने बिना किसी वजह के मुझे टीम से निकाल दिया था. मेरी पत्नी (युवराज सिंह की मां) चाहती थी कि मैं उनसे (कपिल देव से) सवाल करूं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. मैंने उनसे कहा कि मैं उन्हें सबक सिखाऊंगा.”
उन्होंने आगे कहा,
“फिर मैंने अपनी पिस्टल निकाली और सेक्टर-9 में कपिल के घर चला गया. वह अपनी मां के साथ बाहर आए. मैंने कई बार उन्हें गालियां दीं. तुमने जो किया उसकी कीमत तुम्हें चुकानी पड़ेगी. मैं तुम्हारे सिर में गोली मारना चाहता हूं, लेकिन ऐसा इसलिए नहीं कर रहा हूं क्योंकि तुम्हारी मां यहां खड़ी है.”
योगराज सिंह ने इंटरव्यू में यह भी दावा किया कि वह अपने बेटे युवराज सिंह से बेहतर बैटर थे. हालांकि, वनडे करियर में उनका सिर्फ एक ही रन है.
कौन हैं योगराज सिंह?योगराज सिंह पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता हैं. उन्होंने 21 दिसंबर 1980 को पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में वनडे मैच के दौरान अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उनका करियर ज्यादा दिन नहीं चल सका. वह तीन महीने में ही टीम से आउट हो गए थे. भारत के लिए सिर्फ एक टेस्ट और छह वनडे ही खेल सके. वह दाएं हाथ के मीडियम फास्ट गेंदबाज थे. वह अपने विवादास्पद बयानों के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं.
वीडियो: रोहित शर्मा की जगह कप्तान कौन? BCCI मीटिंग में मैनेजमेंट के ये दो सीनियर्स आमने-सामने