रांची. महेंद्र सिंह धोनी का शहर. आस-पास कोयला, स्टील, धुआं और बीच में क्रिकेट. नया-नया क्रिकेट स्टेडियम बना. पहला वन दे मैच खेला गया 19 जनवरी 2013 को. इंडिया और इंग्लैंड के बीच. इसके बाद 3 मैच और खेले गए. विराट कोहली यहां सेंचुरी मार चुके हैं. पहला टी-20 मैच खेला गया 12 फरवरी 2016 को. इंडिया और श्री लंका के बीच. इंडिया जीता. शिखर धवन ने हाफ़ सेंचुरी मारी. लेकिन पहला टेस्ट खेला गया 16 मार्च, 2017 को. इस मैच में कई मज़ेदार स्टैट्स थे. मसलन - ये ऑस्ट्रेलिया का 800वां मैच था. वैसे इस स्टेडियम को बनाये जाने की कहानी बहुत मज़ेदार है. कीनन स्टेडियम में अक्सर क्रिकेट मैच हुआ करते थे लेकिन कई बार ऐसा होता था कि टाटा स्टील को वहीं मैच खेलने होते थे या ऑर्गनाइज़ करने होते थे. इससे उनके और झारखंड स्टेट क्रिकेट असोसिएशन के बीच नोंक-झोंक होती रहती थी. चूंकि कीनन स्टेडियम टाटा स्टील का था, इसलिए झारखंड स्टेट क्रिकेट असोसिएशन को दिक्कतें हो रही थीं. साथ ही, चूंकि झारखंड बीसीसीआई का फ़ुल मेंबर है, इसलिए वो अपने प्रदेश में मैच करवा सकता था मगर टाटा स्टील की भसड़ दिक्कत पैदा कर रही थी. इस पूरी कवायद से छुटकारा पाने के लिए वहां नया स्टेडियम बनवा दिया गया. नाम रखा गया
झारखंड स्टेट क्रिकेट असोसिएशन क्रिकेट इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स.
आज के समय में ये मैदान झारखंड स्टेट क्रिकेट टीम का होम ग्राउंड है और साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स के लिए भी घरेलू मैदान का काम करता है.
स्टेडियम में कुल 9 पिचे हैं और स्टेडियम को ऐसा बनाया गया है कि शाम पौने पांच बजे से पहले किसी भी एक पिच पर कैसी भी परछाईं नहीं पड़ सकती है. इसी कॉम्प्लेक्स में एक और मैदान है जिसमें 5 पिच हैं. यहां प्रैक्टिस होती है और छोटे मैच भी खेले जाते हैं.
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