
चेन्नई ने 8 विकेट से जीता मैच.
और चेन्नई ने ये मैच जीतकर बता दिया कि क्यों वो आईपीएल की मोस्ट फेवरेट टीम हैं. खैर ये मैच जीतना उनके लिए जरूरी भी था. क्योंकि उनका प्लेऑफ का मामला अब तक फंसा हुआ था. साफ अब भी नहीं हुआ है. मगर अब राह कुछ आसान हो गई है. उसके दो मैच बचे हैं और उसमें अगर वो एक भी जीत जाती है तो टिकट कंफर्म हो जाएगी. वहीं हैदराबाद तो पहले ही प्लेऑफ में पहुंच चुकी है. मगर ये हार उसके लिए खतरे की घंटी भी है. वो इसलिए क्योंकि उसने तीन मैच हारे हैं और उसमें दो बार चेन्नई से. माने प्लेऑफ में चेन्नई कहीं उसके आगे फिर पड़ गई तो मामला गड़बड़ा सकता है और ये विलियमसन के लिए सबसे बड़ी टेंशन होगी. उन्हें चेन्नई का तोड़ ढूंढना ही होगा.
चाहर ने शुरू में हैदराबाद को बांधे रखा
मैच की शुरू से बात करें तो चेन्नई ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया. ये जानते हुए भी की हैदराबाद अपने स्कोर को डिफेंड करने में मास्टर है. मगर धोनी तो धोनी हैं, वो अलग ही सोचते हं. खैर चेन्नई का मिशन अब हैदराबाद को कम से कम रनों पर रोकना था. शुरुआत में ऐसा हुआ भी. पावरप्ले के 6 ओवरों में हैदराबाद के मात्र 29 रन बने. वजह थे दीपक चाहर जिन्होंने इसमें से 3 ओवर डाले थे. और इन 3 ओवरों में उन्होंने मात्र 6 रन दिए थे. चोट के बाद इससे शानदार वापसी नहीं हो सकती. चाहर ने ओपनिंग आए एलेक्स हेल्स और शिखर धवन दोनों को बांध कर रखा. साथ ही अपने दूसरे ओवर में एलेक्स हेल्स को चलता कर दिया.

चाहर ने अच्छी बॉलिंग की.
अब मैदान पर थे कप्तान शिखर धवन और केन विलियमसन. हैदराबाद की टीम इन्हीं के भरोसे थी और दोनों ने भरोसा निभाया भी. इनिंग बिल्ड करनी शुरू की. 10 ओवर में टीम के 62 रन ही बन सके. खैर अब चाहर के चार ओवर खत्म हो चुके थे और दोनों बल्लेबाजों का वॉर्मअप पूरा हो चुका था. खासकर गब्बर का इंजन गरम हो चुका था. बंदे ने शुरू की तुड़ैय्या...और अब जो बॉलर आ रहा था, धोया जा रहा था. गब्बर का पिछले मैच का फॉर्म उनमें लौट आया था. उन्हें देखकर विलियमसन के भी जोश आ गया. उन्होंने भी दूसरी तरफ से उड़ाना शुरू किया. कहां 10 ओवर में हैदराबाद के 62 रन थे, कहां 15 ओवरों में टीम के 130 रन बन गए. माने इन पांच ओवरों में 68 रन बने. हालांकि 16वें ओवर में इसी तुड़ैय्या के चक्कर में धवन आउट हो गए. ब्रावो की गेंद पर. मगर क्या शानदार खेले. 79 रन बनाए 49 बॉलों पर. 10 चौकों और 3 छक्कों की मदद से. विलियमसन के साथ मिलकर 123 रन की पार्टनरशिप की. इसमें धवन ने 63 रन बनाए 37 बॉलों पर. विलियमसन ने 51 रन बनाए 38 बॉलों में.

घवन और विलियमसन ने टीम को तगड़ी शुरुआत दी.
खैर विलियमसन धवन की जुदाई सह नहीं सके और इसकी अगली ही बॉल पर वो भी आउट हो गए. 51 रन बनाए 39 बॉलों पर. 5 चौकों और 2 छक्कों की मदद से. अब क्रीज पर दो नए बल्लेबाज थे. मनीष पांडे और दीपक हुड्डा. दोनों पर टीम को एक अच्छी फिनिश देने का दारोमदार था. मगर पांडे का हाल फिर वही आयाराम गयाराम वाला रहा. वो 6 बॉल पर 5 रन बनाकर आउट हो गए और एक बार फिर निराश किया. पर टीम में वापसी कर रहे दीपक हुड्डा ने कुछ दम दिखाया. 21 रन बनाए 11 बॉलों पर. 1 छक्का और 1 चौका लगाया. और इस तरह हैदराबाद ने 179 रन बनाए 20 ओवरों में.
धवन और विलियमसन की जोड़ी का कमाल देखें-
अब चेन्नई की बारी थी. 180 का टार्गेट था. हैदराबाद को तो वो कम स्कोर पर नहीं रोक सकी थी सो उसके सामने अब एक ही ऑप्शन था. हर हाल में अच्छी बैटिंग करना. जो उसने की भी. ओपनर अंबाती रायडू और शेन वॉटसन आज पूरे मूड से आए थे. ये भूलकर आए थे कि उनके सामने आईपीएल का सबसे तगड़ा बॉलिंग अटैक है. तभी तो दोनों ने शुरू से ही कुटाई शुरू कर दी. 6 ओवर में 53 रन बना डाले. क्या भुवनेश्वर, क्या संदीप, क्या सिद्धार्थ कौल. जो आ रहा था धोया जा रहा था. और दोनों बल्लेबाज बराबर से सेवा कर रहे थे. इसे ऐसे समझिए कि दोनों ने अपनी फिफ्टी 31 गेंदों में पूरी की.

वॉटसन ने फिफ्टी मारी.
पहला विकेट गिरा जाकर 14वें ओवर में. वो भी रनआउट और फंसे बेचारे वॉटसन. 57 रन बनाए 35 बॉलों में. 5 चौकों और 3 छक्कों की मदद से. ओपनिंग पार्टनरशिप रही 134 रनों की. जिसमें 57 वॉटसन के और 77 रायडू के थे. अब मैदान पर आए सुरेश रैना मगर आज वो मूड में नहीं दिखे. जान ही रहे थे कि ओपनरों ने तो काम कर ही दिया है सो वो ना भी खेलें तो क्या दिक्कत है. शायद इसीलिए 3 गेंदों में 2 रन बनाकर आउट हो गए.
अब आए एमएसडी. महेंद्र सिंह धोनी. उनके जिम्मे अब बस एक काम था. जमके खड़े हो जाना. क्योंकि दूसरी तरफ से रायडू का इंजन बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा था. 32 साल का ये आदमी इस आईपीएल में ऐसा खेला है कि कोई 20 साल का लड़का क्या खेलेगा. अपने गुस्से के लिए मशहूर रायडू इस बार मैदान पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं. इस साल के 12 मैचों में 534 रन बना चके हैं. गजब फॉर्म में हैं. और इस मैच में भी ये फॉर्म वैसा ही दिखा. सेंचुरी जड़ दी. 62 बॉलों में. 7 चौकों और 7 छक्कों की मदद से. टीम को जिताकर ही वापस लौटे. धोनी ने दूसरी तरफ से खड़े रहके उनका पूरा साथ दिया. 20 रन बनाए 14 बॉलों में. 1 छक्के और 1 चौके की मदद से.

रायडू ने सेंचुरी मारी.
बॉलिंग की बात करें तो चेन्नई की तरफ से सबसे काम के दीपक चाहर ही रहे. उन्होंने 4 ओवर में 16 रन दिए और 1 विकेट लिया. शार्दुल ठाकुर ने भी ठीक बॉलिंग की. 4 ओवरों में 32 रन दिए और 1 विकेट लिया. वहीं अपनी बॉलिंग के लिए इंडिया में वर्ल्ड फेमस हैदराबाद के बॉलर्स आज रंग में नहीं दिखे. हालांकि सबसे किफायती साबित हुए फिर एक बार राशिद खान. 4 ओवर में 25 रन दिए और एक भी विकेट नहीं लिया.
रायडू और वॉटसन की पार्टनरशिप देखिए-
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