The Lallantop

'बुमराह ही हों अगला कैप्टन', गावस्कर ने तगड़ी दलील भी दी है

भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को देखते हुए उन्हें कप्तानी का विकल्प नहीं माना जा रहा है. हालांकि कुछ दिग्गज खिलाड़ी अब भी बुमराह को ही टीम का नया टेस्ट कप्तान बनाने के पक्ष में हैं.

post-main-image
जसप्रीत बुमराह टेस्ट फॉर्मेट में फिलहाल उप-कप्तान हैं. (PHOTO-PTI)

रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के टेस्ट संन्यास के साथ ही टीम इंडिया के नए कप्तान पर चर्चा शुरू हो गई है. रेस में सबसे आगे हैं शुभमन गिल (Shubman Gill). मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BCCI जल्द ही शुभमन गिल के नाम का एलान भी कर सकता है.  लेकिन सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) इस फैसले से सहमत नहीं हैं. वह जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को टीम के नए कप्तान के तौर पर देखते हैं. 

जसप्रीत बुमराह ही कप्तानी के हकदार

जसप्रीत बुमराह टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में शामिल हैं. बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को देखते हुए उन्हें उप-कप्तान बनाए रखने की बात की जा रही है. बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी पांचों टेस्ट मैच नहीं खेल पाए थे. आखिरी टेस्ट में वह 10 ओवर फेंकने के बाद ही मैदान से बाहर चले गए थे लेकिन गावस्कर का मानना है कि बुमराह कप्तान बनकर ही अपना वर्कलोड मैनेज कर पाएंगे. उन्होंने कहा, 

जसप्रीत बुमराह से ज्यादा बेहतर तरीके से उनका वर्कलोड मैनेज कौन कर सकता है? अगर आप किसी और को कप्तान बनाते हैं तो वे हमेशा बुमराह से एक एक्सट्रा ओवर चाहेंगे. अगर वह आपका नंबर 1 गेंदबाज है, तो वह खुद ही जानता होगा कि हां, यह वह समय है जब मुझे ब्रेक लेना चाहिए. मेरे हिसाब से केवल जसप्रीत बुमराह ही कप्तान हो सकते हैं. मैं उनके वर्कलोड और इस तरह की सभी अटकलों को जानता हूं. उसे कप्तानी दें ताकि वह जान सके कि कितने ओवर गेंदबाजी करनी है, कब उसे आराम देना है, कब आराम करना है. यह सबसे अच्छी बात होगी.

बुमराह खुद कर सकते हैं वर्कलोड मैनेज

गावस्कर के मुताबिक अगर बुमराह कप्तान होंगे तो उन्हें कोई टेस्ट मैच छोड़ना नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा,

उन्हें (बुमराह को) शायद कोई टेस्ट मैच मिस न करना पड़े. अगर आप उन्हें यह मौका देंगे, तो शायद उन्हें पता हो कि कब रुकना है, इससे पहले कि उनका शरीर थकने लगे. मेरे हिसाब से, उन्हें यह मौका दिया जाना चाहिए. पहले टेस्ट के बाद, आठ दिन का ब्रेक है. ठीक होने के लिए पर्याप्त समय होता है. फिर, दो बैक-टू-बैक टेस्ट मैच हैं. यह ठीक है. फिर एक और ब्रेक होता है. अगर आप उन्हें कप्तानी देते हैं, तो वह यह जानने वाले सबसे अच्छे व्यक्ति होंगे कि कब गेंदबाजी करनी है.

जसप्रीत बुमराह बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ही चोटिल हो गए थे. इसी कारण वह चैंपियंस ट्रॉफी का भी हिस्सा नहीं रहे. IPL 2025 में भी वह शुरुआती मुकाबले नहीं खेले. बुमराह इस समय तीनों फॉर्मेट खेलने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं.

वीडियो: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर विराट कोहली ने BCCI से क्या कहा?