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चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने बनाए ऐसे-ऐसे रिकॉर्ड, देखकर ऑस्ट्रेलिया वाले भी डरने लगेंगे!

ICC Champions Trophy का पहला टूर्नामेंट साल 1998 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में खेला गया था. उसके बाद से अब तक टीम इंडिया ने इस टूर्नामेंट में गजब के रिकॉर्ड बनाये हैं.

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चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट भारत के लिए सबसे सफल ICC टूर्नामेंट है. (तस्वीर:PTI)

Champions Trophy 2025 टूर्नामेंट का खिताब टीम इंडिया ने जीत लिया है. दुबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर इस टूर्नामेंट में अपना दबदबा बरकरार रखा. रोहित शर्मा ने बड़े मुकाबले में 76 रनों की कप्तानी पारी खेली. इसी के साथ टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी की सबसे सफल टीम बन गई है. अब तक 9 बार चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का आयोजन हुआ है और टीम इंडिया 5 बार फाइनल में पहुंची है.

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टीम इंडिया का Champions Trophy में दबदबा

ICC Champions Trophy का पहला टूर्नामेंट साल 1998 में बांग्लादेश में खेला गया था. ये टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को 4 विकेट से हराकर अपने नाम किया था. वर्ल्डकप से इतर यह पहला टूर्नामेंट था जिसमें उस वक्त के सभी टेस्ट खेलने वाले देशों ने हिस्सा लिया था. यही कारण था कि मेजबान बांग्लादेश इसमें हिस्सा नहीं ले सका. भारत इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचा था जहां वेस्टइंडीज के हाथों टीम को हार का सामना करना पड़ा था.

इसके बाद अगली चैंपिंयंस ट्रॉफी साल 2000 में केन्या की राजधानी नैरोबी में खेली गई. इस टूर्नामेंट की विजेता बनी न्यूजीलैंड, जिसने भारत को 4 विकेट से हराया था. सौरभ गांगुली की 117 रनों की कप्तानी पारी भी टीम को जीत दिलाने में नाकाफी रही थी. पहले दो टूर्नामेंट दो ऐसी टीमों ने जीते, जिन्हें बाद में क्रिकेट की दुनिया में ‘चोकर’ कहा जाने लगा. इसके बाद दोनों टीम लिमिटेड ओवर का कोई ICC टूर्नामेंट नहीं जीत सकीं.

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साल 2002 में चैंपिंयंस ट्रॉफी का टूर्नामेंट श्रीलंका में खेला गया. इसमें भारत और श्रीलंका के बीच फाइनल खेला गया. लेकिन बारिश के प्रकोप के कारण फाइनल धुल गया और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया.

भारत और श्रीलंका 2002 की चैंपिंयंस ट्रॉफी में संयुक्त विजेता बने थे.
भारत और श्रीलंका 2002 की चैंपिंयंस ट्रॉफी में संयुक्त विजेता बने थे.

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बस तीन दफा टीम इंडिया नॉकऑउट में नहीं पहुंची

इसके बाद अगले तीन चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में टीम इंडिया कोई खास कमाल नहीं कर सकी. टीम साल 2004, 2006 और 2009 में हुए चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में सेमीफाइनल में भी पहुंचने में नाकामयाब रही.

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2004 में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को दो विकेट से हराकर अपना पहला ICC चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट जीता था. इंग्लैंड के ओवल मैदान में खेले गए फाइनल में मार्क्स ट्रेस्कोथिक की शतकीय पारी भी अपनी टीम को ट्रॉफी नहीं दिला सकी.

साल 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन भारत में हुआ था. लेकिन टीम इंडिया ग्रुप स्टेज में 3 में से 2 मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई. टूर्नामेंट का फाइनल मुंबई के बोरबॉर्न स्टेडियम में हुआ जहां एक लो स्कोरिंग मैच में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हराकर अपना पहला चैंपिंयंस ट्रॉफी का खिताब जीता.

दक्षिण अफ्रीका में साल 2009 में पहली बार चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का आयोजन हुआ. टीम इंडिया एक बार फिर ग्रुप स्टेज में बाहर हो गई. ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 6 विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की.

इसके बाद से टीम इंडिया लगातार फाइनल खेली

लगातार तीन टूर्नामेंट में नॉकऑउट में भी नहीं पहुंचने वाली टीम इंडिया 2013 से लगातार फाइनल खेल रही है. इन तीनों फाइनल में टीम को केवल 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ हार मिली है. 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उसी के मैदान में हराकर दूसरी बार टूर्नामेंट जीता था. लेकिन 2017 में विराट कोहली की कप्तानी में टीम फाइनल में यही कारनामा दोहरा नहीं पाई. पाकिस्तान ने भारत को फाइनल में 180 रनों से हराकर पहली बार टूर्नामेंट अपने नाम किया.

टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उसी के मैदान में हराकर चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट जीता.
टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उसी के मैदान में हराकर चैंपिंयंस ट्रॉफी टूर्नामेंट जीता.

कुल मिलाकर, टीम इंडिया ने 9 में से 5 फाइनल खेले हैं और तीन बार टूर्नामेंट जीता है. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया है जिसने दो बार चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया है. अब अगली चैंपियंस ट्रॉफी 2029 में भारत में होगी. जिस तरह से इंडियन टीम के खिलाड़ी तैयार किए जा रहे हैं, उससे तो यही उम्मीद है कि टीम फिर से एक बार टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करेगी!

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