पाकिस्तान का ये राम मंदिर इस्लामाबाद के सैदपुर गांव में है. हिंदू इस स्थान को अपनी मान्यतानुसार 'रामकुंड' कहते हैं. जबकि, मुसलमानों के लिए ये जगह 'सैदपुर' है. इसका इतिहास श्री राम के वनवास से जुड़ा हुआ बताया जाता है. वहां के लोग मानते हैं कि वनवास के दौरान भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ वहां पहुंचे थे. मान्यता ये भी है कि इस गांव में ही ऋषि विश्वामित्र ने तपस्या की थी. राम-सीता और लक्ष्मण यहां ऋषि से मिलने आए थे. और कई दिन तक इस गांव में ठहरे भी थे. इस बारे में इस्लामाद हिंदू पंचायत के प्रमुख प्रीतम दास मंदिर के इतिहास को लेकर क्या कुछ बताया. जानने के लिए देखें वीडियो.
पाकिस्तान के राम मंदिर अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा से पहले क्या पता चला?
पाकिस्तान में इस मंदिर के बाहर एक तालाब भी है, जिसे राम कुंड कहते हैं. माना जाता है कि राम जब यहां ठहरे थे, तब इसी कुंड के पानी का इस्तेमाल करते थे.
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