ऑटोमेटिक गाड़ी चलाने के अपने ही मजे हैं. मक्खन की तरह चलती है. सिर्फ एक्सक्लेटर पर हल्का का पैर रखना होता है और कार चलनी शुरू हो जाती है. गियर बदलने, क्लच दबाने का झंझट ही नहीं. अगर आप शहर में रहते हैं और अक्सर ट्रैफिक में फंस जाते हैं, तो ऑटोमेटिक से अच्छा कोई और ऑप्शन ही नहीं है. शायद यही वजह है कि अब ऑटोमेटिक कार खरीदना 'न्यू नॉर्मल' बन गया है. बढ़िया है. खूब चलाइए मगर एक गलती करना (Mistake to avoid in Automatic Car) बंद कीजिए. वरना लंबा नुकसान होगा.
ऑटोमैटिक गाड़ी तो महंगी खरीदी ही, और ये गलती कर दी तो तगड़ा फटका लगेगा!
हम बात कर रहे हैं, ऑटोमेटिक गाड़ी को बंद करने से ऐन (Mistake to avoid in Automatic Car) पहले की. अक्सर हमारी आदत होती है कि ड्राइव करके आए. ब्रेक पर पैर रखा और कार को पार्किंग मोड में डाल दिया. इसके बाद कई लोग हैंडब्रेक लगाते हैं. और यहीं गलती होती है.

हम बात कर रहे हैं, ऑटोमेटिक गाड़ी को बंद करने से ऐन पहले की. अक्सर हमारी आदत होती है कि ड्राइव करके आए. ब्रेक पर पैर रखा और कार को पार्किंग मोड में डाल दिया. कमाल का फीचर है तो इस्तेमाल करना बनता है. माने पार्किंग मोड में गाड़ी खड़ी कर दी तो फिर कोई चिंता ही नहीं. अब गाड़ी हिलने से रही. इसके बाद कई लोग हैंडब्रेक लगाते हैं. नहीं लगाना है.
अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो यकीन जानिए कि आप खुद गाड़ी का गियरबॉक्स खराब कर रहे हैं. ये बताने की जरूरत नहीं कि अगर ऑटोमेटिक कार का गियरबॉक्स खराब हुआ तो लंबा फटका लगेगा.

आपने शायद ध्यान दिया होगा कि जब पार्किंग मोड में खड़ी कार में हैंडब्रेक लगाने के बाद ब्रेक से पैर हटाया जाता है, तो हल्का झटका महसूस होता है. ये झटका गियरबॉक्स से ही आता है. अगर ध्यान नहीं दिया है तो आज जब गाड़ी पार्क करें तो ध्यान दे लीजिए.
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इसके बाद क्या करना है और क्या नहीं करना है वो जान लीजिए. ताकि गाड़ी का ट्रांसमिशन भी बढ़िया काम करे और जेब पर भी बोझ न पड़े. जब भी गाड़ी पार्क करनी है तो आपको उसे न्यूट्रल में रखना है. मतलब D बोले तो ड्राइव मोड भी नहीं रखना और R मतलब रिवर्स भी नहीं. P के लिए तो हम पहले ही मना कर दिए हैं. गाड़ी को न्यूट्रल करने के बाद आपको हैंडब्रेक लगाना है, फिर कार को पार्किंग मोड में डालना है. इससे गाड़ी के गियरबॉक्स पर बेवजह का प्रेशर नहीं आएगा और ट्रांसमिशन आराम से लंबा चलेगा. वो भी स्मूथली.
बड़ी बेसिक ही बात है मगर क्योंकि गाड़ी चलाना भी एक ऑटोमेटिक प्रोसेस है, माने हाथ-पैर स्वतः ही काम करते हैं. इसलिए इस आदत को डालने के लिए आपको कुछ दिन मेहनत करनी होगी. आगे सब औटोमेटिक ही होगा फिर.
एक टिप और लेते जाइए: कार के हैंडब्रेक को लगाते समय उसके ऊपर लगे बटन को कभी नहीं दबाना है. सीधे लीवर खींच दो. लीवर के ऊपर लगा बटन ब्रेक हटाने के लिए है. हैंडब्रेक बिना ब्रेक हुए लंबा चलेगा.
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