देश के माननीय सांसद आज पैदल जा रहे थे. ये छोटी सी पदयात्रा ऐतिहासिक थी. पुराने संसद भवन से नए संसद भवन तक. लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के इस पूरे जत्थे को लीड कर रहे थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. उनके बाईं ओर थे गृहमंत्री अमित शाह, राज्यसभा सांसद जेपी नड्डा और दाईं ओर थे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह. वे बढ़ रहे थे और पीछे सांसदों की भीड़ चली आ रही थी. और नारे लग रहे थे- भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे. वैसा बाल सुलभ उत्साह जैसा छात्रों में स्कूल बदलते हुए होता है. इसीलिए ली जा रही थी सेल्फियां, बनाए जा रहे थे वीडियो. देश भी कौतुक से इन सांसदों को देख रहा था. और नज़र उस पर भी थी जो इसके बाद होने वाला था. सरकार महिला आरक्षण बिल लाने वाली थी. दशकों से लटके महिला आरक्षण बिल को पूर्ण बहुमत वाली सरकार पास कराने की कोशिश में थी. आज देश की संसदीय परंपरा के इस ऐतिहासिक दिन पर बात करेंगे.
दी लल्लनटॉप शो: महिला आरक्षण बिल के पीछे PM मोदी का क्या प्लान है?
क्या है महिला आरक्षण बिल की खास बात? इतिहास में बार-बार क्यों फेल हुआ महिला आरक्षण बिल?
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