Donald Trump 25 Percent Tariff: अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत पर बड़ा आर्थिक हमला किया है. उन्होंने 1 अगस्त से सभी भारतीय उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा है कि भारत पर पेनल्टी भी लगाई जाएगी. हालांकि उन्होंने ये साफ नहीं किया कि यह पेनल्टी कितनी होगी. उनकी इस घोषणा को कांग्रेस ने 'तमाचा' बताया है, तो आम आदमी पार्टी (AAP) ने ट्रंप पर 'भारत का अपमान' करने का आरोप लगाया.
'सरकार तो कहती है ट्रंप हमारे दोस्त हैं', 25% टैरिफ के एलान के बाद टूट पड़ा विपक्ष
Donald Trump ने India पर 25% Tariff का एलान किया है. इसके बाद भारत में राजनीतिक घमासान मच गया है. विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है, वहीं BJP नेताओं ने कहा है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है.

डॉनल्ड ट्रंप ने बुधवार, 30 जुलाई को 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा कि अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है और भारत लगातार रूस से सैन्य उपकरण खरीद रहा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी कंपनियों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है.
इस एलान के बाद भारत में राजनीतिक घमासान मच गया है. विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने कहा है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और उचित कदम उठाएगी.
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
"(डॉनल्ड ट्रंप) कभी आसिम मुनीर (पाकिस्तान सेना चीफ) को लंच देते हैं.. हर दिन वे भारत को अपमानित कर रहे हैं. टैरिफ के अलावा भी उन्होंने एप्पल को धमकी दी थी कि आप भारत में अपनी फैक्ट्री बंद करो. वे भारत के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. अब तो (ट्रंप) कह भी चुके हैं कि ‘आई लव पाकिस्तान’.'अब भारत को भी इस बारे में सोचना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस फैसले का पुरजोर विरोध करना चाहिए और हमारी आगे की नीति क्या होगी, उसे बताना चाहिए."
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने ट्रंप के फैसले को अमेरिकी की बहुत गलत कार्रवाई बताया है. उन्होंने कहा,
"ये अमेरिका का बहुत गलत कदम है. 25 फीसदी टैरिफ लगाना, फिर पेनल्टी लगा देना क्योंकि हम रूस से चीजें इंपोर्ट करते हैं. यह तो बहुत ही गलत बात है. हम तो ट्रंप को अपना दोस्त समझते थे, सरकार यही कहती है. लेकिन उन्होंने तो एक तरह का तमाचा मारा है. भारतीय निर्यातकों को… भारतीय व्यापारियों को इससे बहुत नुकसान होगा... जब इतनी सारी दोस्ती है, तो डॉनल्ड ट्रंप हमें लगातार परेशान करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? हम इसका भारी विरोध करते हैं."
वहीं BJP सांसद अशोक चव्हाण ने कहा, "हमारा देश भी आत्मनिर्भर है. उन्होंने जो फैसला किया है, मुझे नहीं लगता कि ये बातचीत के बाद या आपसी सहमति के बाद किया गया है… ये फैसला उन्होंने एकतरफा किया है या हमारे देश के साथ चर्चा किया है, इसकी कोई जानकारी नहीं है... अगर किसी भी तरह की अपील या चर्चा की संभावना है, तो करनी चाहिए, जिससे भारत को नुकसान ना हो."
एक अन्य BJP सांसद प्रवीण खंडेलवाल बोले,
"यह दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन भारत सरकार इसका जरूर संज्ञान लेगी. भारत सरकार का क्या रुख बनता है, उसके आलोक में ट्रेड और इंडस्ट्री फिर अपना रुख तय करेगी. जो सरकार का रुख होगा और वही रुख ट्रेड और इंडस्ट्री का भी होगा."
समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद आनंद भदौरिया ने ट्रंप के फैसले की आलोचना की. उन्होंने कहा,
"जाहिर सी बात है कि एक बड़बोला व्यक्ति सात समुंदर पार बैठकर लगातार भारत को अपमानित करने का काम कर रहा है. उसकी सामरिक शक्ति को कमजोर आंकने की, बताने की कोशिश कर रहा है. साथ ही जो टैरिफ लागू करने का काम कर रहा है, वो निश्चित रूप से निंदनीय है. भारतीय जनता पार्टी की हुकूमत हरेक मोर्च पर फेल हुई है... अगर अमेरिका के राष्ट्रपति को करारा जवाब दिया होता तो उनकी हिमाकत नहीं होती इस तरह की हरकत करने की."
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद मनोज झा ने 25 फीसदी टैरिफ के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
"ये सवाल प्रधानमंत्री से कीजिए. हम अंधेरे में हैं, लेकिन उनके साथ हैं. इस देश के मिजाज के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए. आज जो सरकार में हैं, कल नहीं होंगे. लेकिन ये महासागर के चरित्र वाला देश है. इसको कोई गदला करने की कोशिश करे, ये बर्दाश्त नहीं है."
भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा पर शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मांग की कि पीएम मोदी और उनके मंत्री सदन में इसका जवाब दें. उन्होंने कहा,
"आज जो एकतरफा ट्रेड टैरिफ का एलान किया है, जब ट्रेड डील चल रही है. ये ट्रेड टैरिफ घोषित कर दिया है. किन शर्तों पर यह किया है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. आज हम उम्मीद कर रहे थे कि प्रधानमंत्री जवाब देंगे सदन में आकर. पर वे खुद नहीं आए. गृह मंत्री जी अभी जवाब दे रहे हैं. कल खुद प्रधानमंत्री आकर बताएं, विदेश मंत्री बताएं, वित्त मंत्री बताएं और गृह मंत्री बताएं और रक्षा मंत्री भी जुड़ जाएं... कि अमेरिका क्यों एकतरफा फैसले ले रहा है और हम जवाब में कुछ नहीं कर रहे हैं."
डॉनल्ड ट्रंप की इस घोषणा ने भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों में नई चुनौती पैदा कर दी है. अब देखना होगा कि इस फैसले पर केंद्र सरकार क्या कदम उठाती है.
वीडियो: डॉनल्ड ट्रंप ने टैरिफ पर भारत को धमकाया, ट्रेड डील गरारी कहां अटक गई?