सिद्धांत मोहन
Sr. Assistant Editor
लिखते-पढ़ते-फिल्में देखते खर्च होते हैं। चश्मा मोटा लगाते हैं। कभी लल्लनटॉप शो से जूझते हैं। कभी रिपोर्टिंग करते हैं। कभी खबर लिखते हैं। कभी फ़ोटो खींचते हैं। ब्लैक कॉफी का नशा और बनारसी होने का भौकाल दोनों पालकर बैठे हैं। शोर से दिक्कत है। लेकिन ईयरफोन में फुल वॉल्यूम में गाना गनगनाता रहता है। लोगों को गुस्सैल लगते हैं। दोस्तों को बिगड़ैल लगते हैं। खुद को खपरैल लगते हैं। हैशटैग : बाइक लवर। हैशटैग : बस्तर ज़िंदाबाद।