लल्लनटॉप ने असम के सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक - बारपेटा का दौरा किया और बाढ़ से हुई बर्बादी को करीब से देखा. डूबी हुई सड़कों और ढह चुके पुलों के कारण अब दर्जनों गांवों तक जाने का सिर्फ एक ही रास्ता है- नाव. लेकिन एक ठीक-ठाक नाव की कीमत लगभग 50-85 हजार के आसपास होती है. यहां कुछ के पास नाव है, तो वहीं बाकी उनसे मदद मांग कर गुजरा कर रहे हैं. आपात स्थिति में, नाव से किसी व्यक्ति/रोगी को नजदीकी अस्पताल तक ले जाने में भी घंटों लगते हैं. देखिए वीडियो.
असम: लल्लनटॉप को बाढ़ पीड़ितों ने बताई सबसे बड़ी दिक़्क़त, नाव खरीदना क्यों मुश्किल?
बाढ़ से सड़कें टूट चुकी हैं, पुल ढह गए हैं. सिर्फ नावों से आवागमन मुमकिन है.
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