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'मारे गए आतंकी मासूम और एनकाउंटर फर्जी ', 'ऑपरेशन महादेव' पर पाकिस्तान को बेशर्म थ्योरी

पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि भारतीय सेना ने जो आतंकी मारे, वो निर्दोष और मासूम थे. आरोप लगाया कि भारतीय सेना हिरासत में रखे गए पाकिस्तानियों का एनकाउंटर कर रही है.

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पहलगाम हमले का मास्टरमाइंट सुलेमान उर्फ मूसा (फोटो: आजतक)

ऑपरेशन महादेव (Operation Mahadev) पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया उम्मीद मुताबिक आई. जाहिर तौर पर उसे मिर्ची तो लगनी ही थी. पाकिस्तानी मीडिया ने चलाया कि भारतीय सेना ने जो आतंकी मारे, वो निर्दोष और मासूम थे. आरोप लगाया कि भारतीय सेना हिरासत में रखे गए पाकिस्तानियों का एनकाउंटर कर रही है और उन्हें सीमा पार का आतंकी बता रही है.

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भारतीय सेना ने जॉइंट ऑपरेशन में तीन आतंकी मार गिराए. जिनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड आतंकी मूसा उर्फ सुलेमान शाह भी शामिल था. पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तानी सुरक्षा सूत्रों के हवाले से लिखा,

भारत ‘ऑपरेशन महादेव’ के नाम पर फेक एनकाउंटर कर रहा है…भारत की एजेंसियां कथित तौर पर निर्दोष पाकिस्तानियों को फर्जी एनकाउंटर में इस्तेमाल कर रही हैं और उन्हें सीमा पार आतंकी बता रही है. 

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रिपोर्ट में कहा गया कि ये वो लोग हैं, जिन्हें भारत ने जबरन हिरासत में रखा है.

पाकिस्तान मीडिया जिओ न्यूज ने दावा किया कि एनकाउंटर की थ्योरी को साबित करने के लिए भारतीय एजेंसियों ने आतंकवादियों की तस्वीरें पहले ही जारी कर दी थीं. रिपोर्ट में बताया गया कि ISPR ने अपनी एक ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि भारत की खुफिया एजेंसियों ने 56 पाकिस्तानियों को हिरासत में रखा है. वहीं, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद चौधरी शरीफ ने दावा किया है कि 723 पाकिस्तानी नागरिक भारत के जेलों में बंद हैं.

पाकिस्तान के न्यूज चैनल 365 प्लस ने भी अपनी रिपोर्ट में यही दावा किया. चैनल ने कहा है कि भारत इस ऑपरेशन को एक सफल सैन्य कार्रवाई के तौर पर पेश कर रहा है.

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पाकिस्तान मीडिया ने अपना काम कर दिया. लेकिन अपने दावों के पीछे वो कई सवाल छोड़ गई. मसलन-

- पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में यह नहीं बताया गया कि एक पाकिस्तानी नागरिक कश्मीर के जंगलों में सैटेलाइट फोन और हथियारों के जखीरे के साथ क्या कर रहा था?

- लेफ्टिनेंट जनरल अहमद चौधरी शरीफ ने ये नहीं बताया कि 723 पाकिस्तानी नागरिक बॉर्डर पार कर भारत की सीमा में कैसे पहुंचे? 

- अगर भारतीय एजेंसियों ने पाकिस्तानी नागरिकों को हिरासत में रखा था, तो अब तक उन्हें छुड़ाने को लेकर पाकिस्तान की तरफ से कोई कोशिश क्यों नहीं की गई? या इंटरनेशनल लेवल पर इसे लेकर कोई बात क्यों नहीं हुई?

जहां तक बात रही आंतकी मूसा की. वो पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है. पाकिस्तान ने इसे अपना नागरिक तो माना है, लेकिन निर्दोष और मासूम बताया है. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी सुलेमान शाह यानी मूसा पाकिस्तानी सेना की एलिट यूनिट स्पेशल सर्विस ग्रुप का पूर्व कमांडो है. सुलेमान ने सितंबर 2023 में भारत में घुसपैठ की और दक्षिण कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा.

वीडियो: 'ऑपरेशन महादेव' में मारे गए तीन आतंकियों का पहलगाम हमले से क्या कनेक्शन?

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