दिल्ली में रहकर लखनऊ के कबाब खाने का मन हो, या मुंबई में रहकर कोलकाता के रसगुल्ले खाने का मन हो. या फिर हैदराबाद की बिरयानी (Hyderabad Biryani). और आप चाहो की वो आधे घंटे में आपको मिल जाएं. मिल सकती है. ऐसा कहना है जोमैटो का. जोमैटो की एक सर्विस है लेजेंड सर्विस (Zomato Legends Service). 2022 में लॉन्च हुई थी. इस सर्विस के तहत कंपनी दूसरे शहरों में स्थित चुनिंदा फेमस रेस्त्रां या फूड आउटलेट्स का खाना आप तक डिलीवर करती है. ऐसे ही एक मामले को लेकर एक जोमैटो कस्टमर ने केस कर दिया है. उन्होंने दिल्ली के एक लोकल कोर्ट में जोमैटो की लेजेंड सर्विस बंद करने की अपील की है. आरोप है कि कंपनी का ये दावा झूठा है. दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट ने मामले पर जोमैटो को समन भेजा है.
Zomato को गुरुग्राम से लखनऊ के कबाब का ऑर्डर मिला, 30 मिनट में डिलीवरी, कस्टमर ने फिर क्यों किया केस?
Gurugram के रहने वाले एक शख्स ने Zomato से खाना मंगाया. Lucknow के Galouti kebab (गलौटी कबाब) भी उन्होंने ऑर्डर किए थे. आधे घंटे में पहुंच भी गए, कबाब मिलने के बाद भी, कस्टमर नाराज हो गए, इतना कि केस ठोक दिया, आखिर हुआ क्या था?
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम के रहने वाले 24 साल के सौरव मॉल ने जोमैटो से खाना मंगाया था. उन्होंने चार अलग जगह और रेस्टोरेंट्स से खाना ऑर्डर किया था.
1- जामा मस्जिद से चिकन कबाब रोल
2- कैलाश कॉलोनी से ट्रिपल चॉकलेट चीज केक
3- जगनपुरा से वेज सैंडविच
4- लखनऊ से गलौटी कबाब
बस गलौटी कबाब पर मामला फंस गया. उन्हें यकीन नहीं हुआ कि कबाब वाकई में आधे घंटे के अंदर लखनऊ से उन तक पहुंचाए गए हैं. सौरव की तरफ से मामले में जिरह कर रहे वकील थिसमपति सेन, अनुराग आनंद और बियांका भाटिया ने बताया कि खाना असल में दूसरे शहरों से ट्रांसपोर्ट नहीं किया जा रहा है. बल्कि आसपास में मौजूद जोमैटो के वेयर हाउस में स्टोर करके रखा जाता है.
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सौरव द्वारा दर्ज की गई शिकायत में आरोप है कि खाना रेस्त्रां की पैकेजिंग के बजाए जोमैटो की पैकेजिंग में आया था. और जिस पेपर बैग में खाना आया था उसमें लिखा था कि जोमैटो लेजेंड का वादा है कि खाना ताजा है. इसे मोबाइल रेफ्रिजरेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लाया गया है. ये खाना फ्रोजेन नहीं है. साथ ही इसमें किसी भी तरह के प्रेज़रवेटिव नहीं मिले हैं.
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