यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने कहा कि वह 15 मई को तुर्की में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मिलने के लिए तैयार हैं. ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने उनसे कहा है कि वे सीज़फायर का इंतजार न करें और तुरंत रूस से सीधी बातचीत करें. पुतिन ने 10 मई को देर रात अपनी स्पीच में आमने-सामने बैठकर बातचीत का प्रस्ताव रखा है. ज़ेलेंस्की ने बाद में पुष्टि की कि वह बातचीत में हिस्सा लेंगे. ये बातचीत 15 मई को इस्तांबुल में आयोजित होगी.
अब यूक्रेन-रूस में होगी शांति? जेलेंस्की ने कहा- 'गुरुवार को पुतिन का इंतजार करूंगा... '
वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने उनसे कहा है कि वे सीज़फायर का इंतजार न करें और तुरंत रूस से सीधी बातचीत करें. तारीख तय हो गई है.

यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़लेंस्की ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा,
मैं गुरुवार को तुर्किए में पुतिन का इंतजार करूंगा. व्यक्तिगत रूप से मुझे उम्मीद है कि इस बार रूस कोई बहाना नहीं ढूंढेगा.
हालांकि, अब तक यह साफ नहीं है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन खुद इस बातचीत में शामिल होंगे या नहीं. पुतिन का यह प्रस्ताव यूरोपीय नेताओं द्वारा कीव का दौरा करने और रूस से बिना किसी शर्त के 30 दिन के युद्ध विराम पर सहमत होने की मांग के बाद आया है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुतिन ने इनकार कर दिया, तो रूस को ‘बड़े पैमाने पर’ प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा.
ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन केवल तभी जब रूस पहले 30 दिन के युद्ध विराम पर सहमत हो. हालांकि, ट्रंप ने एक अलग तरह की बात की है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन को युद्ध विराम के बिना पुतिन के प्रस्ताव को तुरंत स्वीकार करना चाहिए. ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth पर लिखा,
रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के साथ युद्ध विराम समझौता नहीं करना चाहते हैं, बल्कि वो गुरुवार, 15 मई को तुर्की में मिलना चाहते हैं, ताकि खून-खराबे को समाप्त करने के लिए बातचीत की जा सके. यूक्रेन को तुरंत इस पर सहमत होना चाहिए. कम से कम वे यह तय करने में सक्षम होंगे कि कोई सौदा संभव है या नहीं. और यदि ऐसा नहीं है, तो यूरोपीय नेताओं और अमेरिका को पता चल जाएगा कि असल स्थिति क्या है और वे इसपर क्या कर सकते हैं.
पुतिन की घोषणा के बाद ट्रंप ने इसे रूस और यूक्रेन के लिए एक महान दिन भी बताया है.
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