The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

अंकिता ने अपनी आखिरी फोन कॉल पर रोते हुए क्या कहा था?

रिजॉर्ट के शेफ ने बताया कि अंकिता फोन पर बार-बार रो रही थी.

post-main-image
अंकिता भंडारी (साभार: आजतक)

उत्तराखंड के अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) में रिजॉर्ट में काम करने वाले एक शेफ का बयान सामने आया है. बताया जा रहा है कि इसी शख्स से अंकिता ने मौत से पहले आखिरी बार बात की थी. आजतक से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, रिजॉर्ट में काम करने वाले एक शेफ ने बताया कि अंकिता ने मुझे रोते-रोते फोन किया था. उन्होंने बताया कि अंकिता ने मुझसे कहा, 

"मेरा बैग अंदर से ले आओ और उसे सड़क पर रख दो."

रिपोर्ट के मुताबिक जब रिजॉर्ट का स्टाफ अंकिता का बैग लेकर बाहर सड़क पर गया तो वहां अंकिता नहीं मिली. अंकिता को आखिरी बार 18 सितंबर को दिन में 3 बजे देखा गया था. शेफ ने आगे बताया, 

"रिजॉर्ट से अंकिता के साथ 4 लोग निकले थे लेकिन रात 9 बजे सिर्फ तीन लोग ही वापस आए थे. लेकिन अंकित ने अंकिता समेत चार लोगों के लिए खाना मंगवाया था और कहा था कि खुद अंकित ही अंकिता के लिए उसके कमरे में खाना लेकर जाएगा. अंकित हमे गुमराह करने की कोशिश कर रहा था."

क्या है अंकिता मर्डर केस का पूरा मामला?

उत्तराखंड के जनपद पौड़ी के श्रीकोट की रहने वाली 19 साल की अंकिता भंडारी गंगा भोगपुर में बने वनतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. अंकिता 18 सितंबर से लापता थी. अंकिता की रिजॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य समेत तीन सहकर्मियों ने मिलकर हत्या कर दी. मामले में पुलकित आर्य समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. हत्या का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है. विनोद आर्य ने बेटे पर लगे आरोपों को झूठा बताया है.

वहीं इससे पहले पुलकित आर्य का नाम लॉकडाउन के वक्त भी विवाद में आया था. तब पुलकित विवादों में रहने वाले नेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ उत्तरकाशी के प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था. अमरमणि त्रिपाठी मधुमिता शुक्ला की हत्या मामले में दोषी है.

अंकिता मर्डर केस की जांच करेगी SIT, उत्तराखंड के CM धामी ने दिया आदेश