The Lallantop

अजमेर शरीफ से आया एक और वीडियो, सरवर चिश्ती ने कहा - "मुसलमान कतई बर्दाश्त नहीं करेगा"

यह वीडियो तब का है जब अजमेर में हिंदू समाज के कुछ लोगों ने नूपुर शर्मा के समर्थन में जुलूस निकाला था

Advertisement
post-main-image
हिंदुओं के नूपुर शर्मा के समर्थन में जुलूस निकालने के बाद सरवर चिश्ती ने ये बयान दिया था | फोटो: स्क्रीन शॉट/आजतक

अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Sharif) से जुड़ा एक और विवादित बयान सामने आया है. यह बयान दरगाह की अंजुमन कमेटी के मुखिया सरवर चिश्ती का है. उन्होंने यह बयान नूपुर शर्मा के समर्थन में 26 जून को निकाले गए एक मार्च को लेकर दिया था. इस बयान में सरवर चिश्ती कह रहे हैं,

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

'पिछले जुमा को हमने नूपुर शर्मा के बयान के विरोध जुलूस निकाला था, नूपुर ने हमारे पैगंबर के लिए अपशब्द कहे थे, इसलिए हमने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. हम तो किसी के देवी-देवताओं की बेइज्जती नहीं करते और जो ऐसा करता है उसके खिलाफ खड़े रहते हैं. फिर आज हमारे हिंदू भाई जुलूस क्यों निकाल रहे हैं. ये नूपुर के समर्थन में निकाला जा रहा था लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपना बैनर बदल दिया. बताइये अगर कोई हमारे पैगंबर की शान में गुस्ताखी करेगा और हम उसकी गिरफ्तारी की मांग करेंगे तो आप उसके साथ खड़े हो जाएंगे. अब हिन्दुस्तान का मुसलमान इन चीजों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.'

वायरल वीडियो में सरवर चिश्ती आगे कहते हैं,

Advertisement

'आज हमारे नबी की शान में गुस्ताखी करने वाली महिला की हिमायत में जुलूस निकाला गया. यह ठीक नहीं है. इस जुलूस से हमारी भावनाएं आहत हुई हैं. इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है. दरगाह की जो दुकानें बंद हुई हैं, ये दरगाह पर आने वालों से कमाते हैं. अब इनके बारे यहां आने वाले ही सोचें. भले यह मौन जुलूस ही हो लेकिन कांग्रेस सरकार में इन्हें जो जुलूस निकालने की आजादी दी गई है, उससे हम बहुत दुखी हैं.'

क्यों निकाला गया था जुलूस?

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय ने द्वारा शुक्रवार, 17 जून को अजमेर में काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला था. हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग दरगाह के निजाम गेट पर इकट्ठे हुए और रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. इन्होंने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.

इसके तकरीबन एक हफ्ते बाद हिंदू समाज के लोगों ने भी एक मौन जुलूस निकाला. नवभारत टाइम्स के मुताबिक इसमें हजारों की संख्या में हिंदू लोग शामिल हुए. इस मार्च में तिरंगे झंडे लेकर नूपुर शर्मा का समर्थन जताया गया. साथ ही हिंदुओं के देवी देवताओं पर विवादित टिप्पणी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई.

Advertisement

वीडियो देखें : नूपुर शर्मा पर जहरीला बयान दे गए अजमेर के खादिम सलमान चिश्ती, पुलिस ये कर रही

Advertisement