अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने चेतावनी दी है कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप उन देशों पर भारी टैरिफ लगाएंगे, जो रूस से तेल आयात करना जारी रखेंगे. उन्होंने खासकर भारत, चीन और ब्राज़ील का नाम लिया. बोले कि ये तीनों देश रूस से कच्चे तेल निर्यात का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा खपाते हैं. लिंडसे ग्राहम का तर्क है कि इससे रूस को यूक्रेन के खिलाफ जंग के लिए पैसे जुटाने में मदद मिल रही है.
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US Senator warns India, China and Brazil: लिंडसे ग्राहम का कहना है कि चीन, भारत और ब्राजील को अमेरिकी अर्थव्यवस्था और पुतिन की मदद के बीच चुनाव करना होगा. वो बोले, ‘और मुझे लगता है कि वो अमेरिकी अर्थव्यवस्था को ही चुनेंगे.’

लिंडसे ग्राहम डॉनल्ड ट्रंप के करीबी सांसदों में गिने जाते हैं. आक्रामक विदेश नीति उनकी एक और पहचान है. सोमवार, 21 जुलाई को फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में लिंडसे ग्राहम ने कहा,
ट्रंप चाहते हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मिलने वाली वित्तीय सहायता बंद हो जाए. इसके लिए ट्रंप उन देशों से जुड़े आयात पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं, जो पुतिन की मदद कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा,
मैं चीन, भारत और ब्राजील से यही कहूंगा- ‘अगर आप इस युद्ध को जारी रखने के लिए सस्ता रूसी तेल खरीदते रहे, तो हम आपको पूरी तरह से तबाह कर देंगे. आपकी अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर देंगे. क्योंकि आप जो कर रहे हैं, वो खून का पैसा है.’ राष्ट्रपति ट्रंप इस खेल से थक चुके हैं.
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लिंडसे ग्राहम का कहना है कि चीन, भारत और ब्राजील को अमेरिकी अर्थव्यवस्था और पुतिन की मदद के बीच चुनाव करना होगा. वो बोले, ‘और मुझे लगता है कि वे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को ही चुनेंगे.’ व्लादिमीर पुतिन पर बोलते हुए लिंडसे ग्राहम ने कहा,
आपने (पुतिन) राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपने जोखिम पर खेला है. आपने एक बड़ी गलती की है. आपकी अर्थव्यवस्था लगातार चरमराती रहेगी. हम यूक्रेन को हथियार भेज रहे हैं. ताकि यूक्रेन के पास पुतिन से लड़ने के लिए हथियार हों.
बीते दिनों NATO के जनरल सेक्रेटरी मार्क रुटा ने भी ऐसी ही बातें की थीं. उन्होंने रूस से तेल खरीदने को लेकर ब्राजील, चीन और भारत को कड़ी चेतावनी दी. बोले कि अगर ये देश रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं, तो उन्हें भारी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है.
मार्क रुटा से ठीक एक दिन पहले डॉनल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि अगर पुतिन अगले 50 दिनों में सीजफायर के लिए तैयार नहीं हुए, तो वो रूस के खिलाफ कड़े टैरिफ लगाएंगे. उन्होंने बताया कि यह 'सेकेंडरी टैरिफ' होगा, जिसका मतलब है कि रूस से तेल खरीदने वाले देशों, जैसे भारत और चीन पर भी प्रतिबंध लगेगा.
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