एक क्लिशे सी कहावत है, भगवान जब देता है छप्पड़ फाड़ कर देता है. कुछ ऐसा ही हुआ है Zomato के फाउंडर दीपिंदर गोयल (Deepinder goyal) के साथ. लंबे समय से अच्छी खबर के इंतजार में बैठे फाउंडर और निवेशक दोनों को सबर का फल मिला है. पहली तिमाही के नतीजे देखकर कंपनी के शेयर दो दिन में 21 प्रतिशत उछल गए हैं. और इन्हीं दो दिनों में दीपिंदर गोयल की संपत्ति बैठे-बैठे 2000 करोड़ रुपये बढ़ गई.
Blinkit ने इतना कमाया, Zomato के दीपिंदर गोयल को 2000 करोड़ रुपये मिल गए!
अच्छे तिमाही नतीजों की वजह से इटर्नल के शेयर दो दिन में 21 फीसदी बढ़े हैं. शेयरों में तेजी के चलते दीपिंदर गोयल की संपत्ति 2 दिनों में 2000 करोड़ बढ़ गई है. वहीं कंपनी का मार्केट कैप भी 3 लाख करोड़ को पार कर गया जो विप्रो, नेस्ले, एशियन पेंट्स जैसी कंपनियों के मार्केट कैप से ज्यादा है.

इसका पूरा क्रेडिट जाता है इटर्नल की इकाई Blinkit को. दरअसल 21 जुलाई को पेश Eternal (जोमैटो का रजिस्टर्ड नाम) के तिमाही नतीजे में कंपनी का ओवरऑल नेट प्रॉफिट घटा है. मगर ब्लिंकिट डिविजन ने कंपनी की छप्पड़ फाड़ कमाई कराई है. आलम ये है कि ब्लिंकिट का नेट ऑर्डर वैल्यू जोमैटो से ज्यादा हो गया है. मतलब जोमैटो से ज्यादा कुल ऑर्डर ब्लिंकिट को मिले हैं.
21 जुलाई को शेयर 7 फीसदी बढ़े थे और दूसरे दिन भी 22 जुलाई को कंपनी के शेयरों में 15 पर्सेंट तक की तेजी आई. इस तेजी के चलते दीपिंदर गोयल की संपत्ति 22 जुलाई को दो मिनट के अंदर 1000 करोड़ बढ़ गई, जबकि दो दिन में उनकी संपत्ति 2000 करोड़ रुपये बढ़ी है.
शेयरों ने नया रेकॉर्ड भी बनाया है. NSE पर शेयरों ने 22 जुलाई को 311.60 रुपये का नया ऑल टाइम हाई बनाया. इस लेवल के साथ इटर्नल के शेयरों का टोटल मार्केट कैप बढ़कर 3 लाख करोड़ को पार कर गया. जो विप्रो, टाटा मोटर्स, नेस्ले और एशियन पेंट्स जैसी कंपनियों के मार्केट कैप से भी ज्यादा है.
हालांकि ऊपर लेवल पर कुछ बिकवाली हुई. आखिर में शेयर 299 रुपये के भाव पर बंद हुए. टोटल मार्केट कैप 2.89 लाख करोड़ पर बंद हुआ. फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल को भी इसका फायदा मिला है. दीपिंदर के पास कंपनी में 3.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है. शेयरों की तेजी के चलते कंपनी में उनके शेयरों की वैल्यू बढ़कर 11,515 करोड़ हो गई है. फोर्ब्स की रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के मुताबिक दीपिंदर गोयल की नेटवर्थ इस समय 1.9 अरब डॉलर (रुपये में 16,421 करोड़ रुपये) है.
इटर्नल के शेयरों में तेजी का फायदा प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी को भी मिला. स्विगी के शेयरों में 22 जुलाई को 7 प्रतिशत की तेजी आई. इटर्नल में 12.38 पर्सेंट हिस्सेदारी रखने वाली इन्फो एज के शेयरों में भी 3 प्रतिशत का उछाल आया. दिलचस्प बात ये है कि इस तेजी के बाद जोमैटो में इन्फो एज के मालिक संजीव बिकचंदानी के शेयरों की वैल्यू उनकी खुद की कंपनी के मार्केट कैप के एक तिहाई से ज्यादा हो गई है.
बहरहाल, निवेशकों के इतर ब्रोकरेज हाउस भी जोमैटो पर दिलदार हो रहे हैं. बड़े-बड़े ब्रोकरेज हाउस अब जोमैटो को 400 का टारगेट दे रहे हैं. जेफरीज ने इटर्नल को 400 रुपये के टारगेट के साथ बाय रेटिंग दी है. उसने ये भी कहा है कि उसे लगा कि कॉम्पिटीटर (स्विगी) से उसके बिजनेस को ज्यादा नुकसान होगा, मगर वो गलत थे.
वीडियो: खर्चा पानी: जोमैटो निवेशकों की चांदी, क्या है प्रॉफिट के पीछे का खेल? बैंकों को 87,000 करोड़ का चूना