गोली लगने से घायल पत्रकार विक्रम जोशी की मौत हो गई है. गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. सिर पर गोली लगी थी, उनकी हालत शुरुआत से ही बेहद गंभीर थी. परिवार ने पुलिस पर समय रहते उचित कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी जांच में इस्तेमाल हो रहा है.
गाज़ियाबाद के उस पत्रकार की मौत हो गई, जिन्हें यौन शोषण की शिकायत पर गोली मारी गई थी
पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहा है परिवार.

# हुआ क्या था
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुछ गुंडों ने पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मार दी. घटना 20 जुलाई की रात को विजयनगर इलाके में हुई. इंडिया टुडे की खबर के अनुसार, 20 जुलाई की रात को विक्रम अपनी दो बेटियों के साथ मोटरसाइकिल से जा रहे थे. रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और मारपीट करने लगे. बाद में गोली मार दी.
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि हमलावर विक्रम को रोकते ही पीटने लगते हैं. ऐसे में उनकी बेटियां भागती दिखाई देती हैं. बाद में हमलावर विक्रम को एक गाड़ी के पास पकड़कर लाते हैं. यहां वे गोली मारकर भाग जाते हैं. फिर एक बेटी पिता के पास आती है. वह लोगों से मदद मांगती हुई दिखाई देती हैं.
# परिवार का आरोप- यौन शोषण की शिकायत पर हुआ हमला
विक्रम के परिवार का आरोप है कि हमला छेड़छाड़ की शिकायत के चलते ही किया गया. विक्रम के भाई अनिकेत ने कहा कि कुछ दिन पहले उनकी भांजी को कुछ लड़के परेशान कर रहे थे. विक्रम ने विजयनगर थाने में मामला दर्ज कराया गया था. लेकिन मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. अनिकेत का आरोप है कि यौन शोषण के आरोपियों ने ही उनके भाई पर हमला किया.
# पुलिस ने क्या एक्शन लिया?
गाज़ियाबाद एसएसपी ने कहा है कि पत्रकार विक्रम जोशी के भाई की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. जन सागर टुडे में काम करने वाले पत्रकार विक्रम जोशी पर हमले के आरोप में तुरंत पुलिस टीम गठित हुई हैं और नौ आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है. आरोपियों पर आईपीसी की धारा 307, 34 और 506 दर्ज की गई हैं. परिवार की शिकायत पर फ़िलहाल स्थानीय चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर राघवेन्द्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. विभागीय जांच और कार्रवाई सीओ प्रथम को सौंपी गई है.
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