उदयपुर हत्याकांड (Udaipur Murder) का शिकार हुए कन्हैया लाल का बुधवार, 29 जून को अंतिम संस्कार कर दिया गया. इससे ठीक पहले उनकी अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए. शमशान घाट में लोगों की भारी भीड़ जुटी. अंतिम संस्कार से पहले कन्हैया लाल के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया. उसके बाद उनका शव घर लाया गया. यहां भी रोते-बिलखते परिजनों के अलावा लोगों की भारी भीड़ कन्हैया लाल को विदाई देने आई. उनका शव आते ही वहां चीख-पुकार मच गई.
उदयपुर: कन्हैया लाल के अंतिम संस्कार में उमड़ा जन सैलाब
कन्हैया की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों ने हत्यारों को 'फांसी दो' के नारे लगाए.


कन्हैया के परिजनों ने इंसाफ की मांग करते हुए आरोपियों को फांसी देने की बात कही है.

कन्हैया लाल का शव भारी भीड़ और नारेबाजी के बीच अंतिम संस्कार के लिए निकला. इस हत्याकांड की वजह से पूरे उदयपुर में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं. ऐसे में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच कन्हैया लाल की अंतिम यात्रा निकाली गई. इस दौरान लोगों ने हत्यारों को 'फांसी दो' के नारे लगाए.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक कन्हैया लाल के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर 26 गंभीर वार होने की बात सामने आई है. गर्दन पर भी जगह-जगह काटे जाने के निशान मिले हैं. शहर के धानमंडी थाना इलाके में मंगलवार, 28 जून को दो युवकों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.
उदयपुर में भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स नाम से कन्हैया लाल की दुकान है. 28 जून की दोपहर उनकी दुकान पर दो लोग कपड़े सिलवाने के बहाने आए. नाप देने के दौरान उन्होंने कन्हैया लाल की धारदार हथियार से हत्या कर दी. बाद में उन्होंने वारदात को अंजाम देने की बात खुद बताते हुए वीडियो भी जारी किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस घटना के बाद से उदयपुर समेत पूरे राजस्थान में तनाव पसरा है. हालात देखते हुए उदयपुर सहित कई शहरों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. वहीं पूरे राजस्थान में धारा-144 लागू है.