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यदि न्यूडिटी की उम्मीद है तो ‘न्यूड’ का यह ट्रेलर मत देखना!

गोवा के फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाई जानी थी, अंतिम समय में हटा दी गयी

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यू-ट्यूब में मराठी फ़िल्म ‘न्यूड’ का ट्रेलर आया है. इसके निर्देशक रवि जाधव हैं. वही रवि जिन्होंने सेक्स-एजुकेशन मराठी फ़िल्म ‘बालक-पालक’ बनाई है और जिनकी एक और मराठी फ़िल्म बालगंधर्व ने 2011 में तीन नेशनल फ़िल्म अवार्ड झटके थे. फ़िल्म एक ग़रीब औरत की कहानी है जो पैसों की तंगी के चलते कला के छात्रों के लिए न्यूड(नग्न) मॉडल बनती है. इसी बात को फ़िल्म निर्देशक अपने ट्वीट में कुछ यूँ कहते हैं:
'न्यूड', विश्व भर की सभी नग्न मॉडलों को समर्पित है, जिन्होंने एक कलाकार को शिक्षित करने के लिए अपने शरीर और आत्मा को अनावृत करने की हिम्मत दिखाई.
न्यूड फ़िल्म के ट्रेलर में एक डायलॉग है,“बेटा! कपड़ा जिस्म में पहनाया जाता है, रूह में नहीं. और मैं अपने काम में रूह खोजने की कोशिश करता हूं.” नसीर जिसको बड़े प्यार से ये समझा रहे हैं वो आउट ऑफ़ फ्रेम है. बहरहाल, समझा यही रहे हैं कि मुझे न्यूडिटी से कोई गुरेज़ नहीं, और तुम्हें भी नहीं होना चाहिए! लेकिन किसी न किसी को इस न्यूडिटी से ज़रूर दिक्कत थी. तभी IFFI, गोवा – 2017 ने सेक्सी दुर्गा के साथ साथ इस फ़िल्म को भी अंतिम समय में फेस्टिवल में प्रदर्शित करने से इंकार कर दिया है. वो भी तब जबकि ज्यूरी ने इसे चुना था. इस फैसले के विरोध में IFFI - भारतीय पैनोरमा ज्यूरी के प्रमुख, सुजॉय घोष ने इस्तीफा दे दिया है.
ट्रेलर देख लीजिये, क्या पता कल तक ये भी बैन हो जाय:
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