सीरिया में हुई बमबारी में जख्मी उमरान दाकनिश.
संसद. एक तरफ सत्ता पक्ष के नेता और दूसरी तरफ विपक्ष. चारों तरफ बहसें और शोर गुल. कल्पना कीजिए कि इन सबके बीच 4 साल का एक बच्चा चुपचाप कुर्सी पर बैठा है. धूल और सीमेंट में सना. खून में लिथड़ा हुआ. दुनिया की तमाम सत्ताओं के लिए एक जरूरी सवाल की तरह, यहां इस कुर्सी पर बैठा हुआ.
https://twitter.com/Mr_Ghostly/status/766230950871048192 ये कहानी सीरिया के अलेप्पो शहर की है. जहां मिलिटेंट्स को मारने के लिए एक इमारत पर बमबारी की गई. उसमें ये बच्चा जख्मी हो गया. फिर उसे रेस्क्यू करके लाया गया और एक कुर्सी पर बैठा दिया गया. ये तस्वीरें पूरी दुनिया में वायरल हो गईं. ये हवाई हमला रूसी विमानों ने किया या सीरियाई सरकार ने, यह अभी साफ नहीं है. 4 साल के इस बच्चे का नाम है उमरान दाकनिश. उसका वीडियो गुरुवार से शेयर हो रहा है. फिर लोगों ने अपना गुस्सा कई तरह से निकाला. फोटोशॉप करके इस बच्चे को सदन में बैठा दिया और लिखा कि ये विपक्ष का नुमाइंदा है. देखिए कि पॉलिटिक्स किस तरह मासूमों के लिए जानलेवा हो गई है. https://www.youtube.com/watch?v=rn6nUQ2vWXo
खौफजदा उमरान की तस्वीर आयलान कुर्दी की याद दिलाती है. आयलान कुर्दी वही बच्चा जिसकी लाश तुर्की के एक समुद्र से मिली थी, जिसने दुनिया भर का ध्यान सीरियाई रिफ्यूजियों के संकट की ओर खींच लिया था. कई यूरोपीय देशों को सीरियाई रिफ्यूजियों के लिए अपने दरवाजे खोलने पड़े थे.
उमरान दाकनिश की तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है. कुछ को उसमें अपना बेटा नजर आ रहा है और कुछ को अपना छोटा भाई. दो दिन में ही वो सीरिया में हो रहे खूनी संघर्ष और तबाही का प्रतीक बन गया है.
वीडियो ऐसा दिल से 'आह' निकल पड़े
https://twitter.com/Ibrahimhalawi/status/766234316728918016?ref_src=twsrc%5Etfw उमरान दाकनिश का घर उस इलाके में है जिस पर आतंकियों का कब्जा है. अलेप्पो मीडिया सेंटर ने वो वीडियो जारी किया, जिसमें राहतकर्मी एक मकान के मलबे से उमरान को बाहर निकालते हैं. बच्चा एकदम खामोश है. और पूरी तरह धूल-मिट्टी से अटा हुआ. वह अपना बायां हाथ उठाकर सिर और आंख पर फेरता है. उसके हाथ में खून लग जाता है. ओबामा और पुतिन के बीच ये बच्चा एक सवाल की तरह बैठा है. https://twitter.com/ShivAroor/status/766267803510923264 कुछ हफ्तों से सीरिया के शहर अलेप्पो में जंग तेज हुई है. एक तरफ सीरियाई प्रेसिडेंट बशर अल असद और रूसी विमान हैं और दूसरी तरफ इस्लामिक स्टेट. रेड क्रॉस की इंटरनेशनल कमेटी ने इसे हाजिर दौर का खतरनाक संघर्ष बताया है. अलेप्पो में हुए जानमाल के नुकसान से वहां के अफसर भी वाकिफ हैं. इसलिए रूसी अफसर, अमेरिकी अफसरों से बात करके इस जंग को खत्म करने का रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे हैं.