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केरल में BJP और SDPI के नेता की हत्या के बाद राजनीतिक माहौल गरमाया

दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लगाया हत्या का आरोप.

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भाजपा के ओबीसी मोर्चा के सचिव रंजीत श्रीनिवासन बाएं और SDPI के सचिव के एस शान दाएं (आजतक)
केरल के अलाप्पुझा (Alappuzha) जिले में रविवार, 19 दिसंबर को तड़के बीजेपी के एक नेता की हत्या कर दी गई. इस हत्या से कुछ घंटे पहले सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के एक नेता की भी उसी जिले में हत्या कर दी गई. एक के बाद एक हुई इन हत्याओं के बाद अलाप्पुझा जिले में तनाव पैदा हो गया है. यहां दो दिन 19 और 20 दिसंबर के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने भी इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया है. दोनों हत्याएं कैसे हुईं? इंडिया टुडे के मुताबिक, भाजपा के ओबीसी मोर्चा के सचिव रंजीत श्रीनिवासन की रविवार तड़के हत्या कर दी गई. वह मॉर्निंग वॉक पर निकल रहे थे, इसी दौरान सुबह करीब छह बजे आठ लोगों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. रंजीत श्रीनिवासन बीजेपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके थे. इस घटना से पहले  शनिवार, 18 दिसंबर को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी SDPI के सचिव केएस शान की हत्या कर दी गई. शान रात में स्कूटर से मन्नाचेरी (Mannacherry) स्थित अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी. केएस शान सड़क पर गिर गए. इसके बाद बदमाशों ने उनपर धारदार हथियार से हमला कर दिया. पुलिस ने बताया कि केएस शान पर हुए हमले के बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें अलाप्पुझा के अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद उन्हें कोच्चि रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. उनके शरीर पर 40 से ज्यादा चोट के निशान थे. 38 वर्षीय केएस शान की पत्नी और दो बच्चे हैं. इन दोनों हत्याओं को लेकर बीजेपी और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं. केरल के भाजपा अध्यक्ष के. सुंदरन ने PFI पर रंजीत की हत्या का आरोप लगया है. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया जिसे SDPI भी कहते हैं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI से जुड़ी एक राजनैतिक पार्टी है. उन्होंने ट्वीट किया,
"हम भाजपा के ओबीसी मोर्चा के सचिव रंजीत श्रीनिवासन की PFI के आतंकियों द्वारा की गई हत्या की कड़ी निंदा करते हैं. रंजीत ने 2016 में भाजपा के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. पिछले दो महीनों में PFI ने अबतक भाजपा और आरएसएस के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या की है."  
वहीं इस मामले में SDPI का कहना है कि के एस शान की हत्या में RSS का हाथ है. जबकि RSS के नेताओं ने इन आरोपों को नकार दिया है. SDPI के राज्य अध्यक्ष सी पी मोहम्मद बशीर ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया,
"RSS ये सब विपक्ष के नेताओं को रास्ते से हटाने के लिए और अल्पसंख्यकों की आवाज को दबाने के लिए ये कर रहा है. इस हत्या को एक प्लान के तहत अंजाम दिया गया है."
पुलिस क्या कह रही है? वहीं हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक पुलिस का कहना है कि पिछले साल इसी तरह से वायलर (Vayalar)में RSS नेता की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी, हमें शक है कि SDPI के नेता की ये हत्या उसी घटना का बदला है., पिछले महीने भी पलक्कड (Palakkad) में RSS के नेता की हत्या की गई थी. पुलिस के मुताबिक राज्य में पहले से भी RSS और SDPI के नेताओं में टकराव होता रहा है. अलाप्पुझा के SP जी जयदेव ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है दोनों हत्याओं का क्या एक दूसरे से कोई संबंध है? उन्होंने कहा,
हत्या के मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. एक दिन पहले SDPI के नेता की हत्या के मामले की जांच में भी पुलिस कोई ढिलाई नहीं बरतेगी. हमने पहली घटना के बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है, लेकिन हम रविवार को हुई घटना को नहीं रोक पाए."
वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने अलाप्पुझा में हुई दोनों नेताओं की हत्या की निंदा की. उन्होंने कहा कि सरकार किसी को भी इस तरह से कानून को अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं देती, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.