The Lallantop

जो सांसद सदन में थे ही नहीं, वो हंगामा करने के लिए निलंबित हो गए!

संसद से निलंबित हुए 14 सांसदों में एक ऐसे सांसद का भी नाम था, जो हंगामे के वक्त वहां थे ही नहीं. ये सांसद थे- DMK सांसद एस आर पार्थिबन. आनन-फानन में इनका नाम निलंबित सांसदों की लिस्ट से हटाया गया.

Advertisement
post-main-image
DMK सांसद SR पार्थिबन सदन में थे भी नहीं, फिर भी हंगामा करने के लिए निलंबित हो गए. बाद में गलती सुधारी गई. (फाइल फोटो)

संसद की सुरक्षा में चूक के मसले पर 14 दिसंबर को सदन में जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष के तमाम सांसद गृह मंत्री अमित शाह के बयान और आरोपियों को पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे थे. हंगामा करने पर 14 सांसदों को निलंबित किया गया, लेकिन इस बीच एक गफ़लत हो गई. इन 14 सांसदों में एक ऐसे सांसद का भी नाम था, जो हंगामे के वक्त सदन तो दूर, दिल्ली में भी नहीं थे. ये सांसद थे- DMK सांसद एस आर पार्थिबन.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

पार्थिबन तमिलनाडु की सलेम लोकसभा से सांसद हैं. उनका नाम निलंबित सांसदों की लिस्ट में आने पर तुरंत सवाल उठे कि ये सांसद तो सदन में हैं ही नहीं. आनन-फानन में इनका नाम निलंबित सांसदों की लिस्ट से हटाया गया.

संसद में थे ही नहीं और सस्पेंड हो गए

इस बारे में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बयान भी जारी किया. कहा-

Advertisement

"पहचान में त्रुटि की वजह से ऐसा हुआ है. मैंने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि एसआर पार्थिबन का नाम निलंबित सदस्यों की लिस्ट से हटाया जाए. लोकसभा अध्यक्ष ने इस आग्रह को स्वीकार कर लिया है."

लेकिन विपक्षी पार्टियों ने इस ग़लती को बड़ी लापरवाही बताते हुए मुद्दे को उठाया भी और ये सवाल भी किया कि जिस भाजपा सांसद के इश्यू किए पास पर दोनों आरोपी सदन में घुसे थे, उन पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया-

"कल लोकसभा में जो हुआ वह बेहद चिंताजनक था. आज लोकसभा में जो हुआ वह बिल्कुल विचित्र है. तमिलनाडु के एक सांसद जो सदन में मौजूद ही नहीं थे, वह दरअसल नई दिल्ली से ही बाहर थे, उन्हें भी कार्यवाही में बाधा डालने के लिए निलंबित कर दिया गया! इस बीच, जिस भाजपा सांसद की मदद से आरोपी सदन के भीतर पहुंचे उनके खिलाफ़ कोई भी एक्शन नहीं लिया जा रहा है."

Advertisement

बता दें कि 14 दिसंबर को जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के तमाम सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर हंगामा कर रहे थे. हंगामा करने और चेयर का अपमान करने के आरोप में लोकसभा में कांग्रेस के 9 सांसदों सहित कुल 14 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया. इनमें से दो सांसद DMK, दो CPM और एक सांसद CPI के थे. राज्यसभा से भी TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सस्पेंड किया गया था. बाद में, जैसा कि हमने ऊपर बताया, पार्थिबन का निलंबन वापस लिया गया.

वीडियो: संसद की सुरक्षा में कब-कब लगी सेंध, 4 बड़ी घटनाओं के बारे में जानिए

Advertisement