राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin pilot) के बीच की लड़ाई किसी से छिपी नहीं है. अब एक बार फिर सचिन पायलट अपनी पार्टी की सरकार के खिलाफ खड़े हैं. वे 11 अप्रैल को शहीद स्मारक पर अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन भी करेंगे.
गहलोत के खिलाफ अनशन करेंगे पायलट, बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस CM का वीडियो चला बड़ा आरोप लगा दिया
"लोग भ्रम फैला रहे, हमारी सरकार की वसुंधरा राजे के साथ मिलीभगत तो नहीं"

इसे लेकर सचिन पायलट ने 9 अप्रैल को एक प्रेस कॉफ्रेंस की. इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम गहलोत से पूर्व CM वसुंधरा राजे की सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन गहलोत ने कोई एक्शन नहीं लिया. इसीलिए अनशन किया जाएगा.
सचिन पायलट ने सीएम गहलोत को घेरते हुए आगे कहा,
"वसुंधरा सरकार के समय विपक्ष में रहते हुए हमने 45 हजार करोड़ के घोटालों को लेकर आवाज उठाई थी. हमने वादा किया था कि सरकार आएगी तो इन घोटालों पर निष्पक्ष जांच होगी. अब विधानसभा चुनावों में 6-7 महीने बचे हैं, ऐसे में विरोधी भ्रम फैला सकते हैं कि कहीं कोई मिलीभगत तो नहीं है. हमें इसे गलत बताने के लिए जल्दी कार्रवाई करनी होगी."
पायलट ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सीएम गहलोत को चिट्ठियां लिखीं फिर भी कार्रवाई नहीं हुई. 28 मार्च 2022 को पहली चिट्ठी लिखी थी. फिर दूसरी चिट्ठी लिखी. चिट्ठियों में मांग की गई कि गहलोत ने जो आरोप लगाए थे उनपर कार्रवाई करें. सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम अशोक गहलोत के वीडियो भी चलाए. इन वीडियो में गहलोत पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं.
इसके साथ ही पायलट ने ED-CBI की कार्रवाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले कुछ समय से विपक्ष के लोगों को टारगेट कर रही है. ईडी ने जिन नेताओं को नोटिस दिया और छापे डाले उनमें से 95 फीसदी नेता विपक्ष के हैं.
वीडियो: राजस्थान में नेतृत्व बदलाव पर सचिन पायलट ने कांग्रेस को क्या सलाह दे दी?